बाराबंकी: जिले की सुरक्षित लोकसभा सीट पर पहली बार पांच महिलाओं ने विभिन्न राजनीतिक दलों से अपने-अपने नामांकन दाखिल किए हैं. बाराबंकी लोकसभा के चुनावी इतिहास का ये पहला मौका है जब इतनी संख्या में महिलाएं चुनावी मैदान में हैं. पहली बार चुनावी समर में उतरी इन महिला प्रत्याशियों की प्राथमिकता वैसे तो जिले का विकास और स्थानीय स्तर की समस्याएं दूर करना हैं लेकिन महिलाओं को सुरक्षा प्रदान करना इनका प्रमुख मुद्दा है.
जानिए, बाराबंकी लोकसभा सीट से पहली बार चुनावी मैदान में उतरी पांच महिलाओं के बारे में
बाराबंकी सुरक्षित लोकसभा सीट से पहली बार पांच महिलाओं ने नामांकन किया है. इस महिलाओं का प्रमुख मुद्दा महिलाओं को सुरक्षा प्रदान करना और महिलाओं को उनका हक दिलाना है.
बाराबंकी लोकसभा चुनावी इतिहास में पहली बार पांच महिलाएं मैदान में
जानिए इस महिला प्रत्याशियों के बारे में
- बाराबंकी सुरक्षित सीट से पहली बार पांच महिलाओं ने विभिन्न राजनीतिक दलों से अपने अपने नामांकन दाखिल किए हैं.
- जिले की लोकसभा चुनाव के इतिहास में ये पहला मौका है जब इतनी ज्यादा संख्या में महिलाओं ने चुनावी समर में उतरने का फैसला लिया है.
- इनमें भारत प्रभात पार्टी से कल्पना रावत , लोकदल से आशा देवी , डॉ भीमराव अंबेडकर दल से संतोष कुमारी , अवामी समता पार्टी से तारावती , समदर्शी समाज पार्टी से फूलदुलारी ने अपना नामांकन दाखिल किया है
- यहीं नहीं एक महिला मंजू देवी ने तो और भी हिम्मत दिखाई और उसने निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर पर्चा दाखिल किया है.
- इनमे कल्पना रावत जहां बीए एलएलबी हैं तो सन्तोषकुमारी बीए पास हैं. वहीं फूल कुमारी एक ऐसी महिला हैं जो निरक्षर हैं. सभी महिलाओं की प्राथमिकता क्षेत्र में विकास करने की है और महिलाओं को उनके हक दिलाने का मुद्दा प्रमुख है.
- इन महिला उम्मीदवारों का कहना है कि आज तक जिले में महिलाओं के लिए किसी भी दल ने कुछ नहीं किया. इनकी माने तो किसी भी जनप्रतिनिधि ने जिले के विकास में कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई. लिहाजा इन्होंने खुद ही आगे आकर जिले और समाज का विकास करने का फैसला लिया.