बार से अच्छा कोई विश्वविद्यालय नहीं: जिला जज
देश के प्रथम राष्ट्रपति डॉक्टर राजेन्द्र प्रसाद की जयंती गुरुवार को मनाई गई. उनकी जयंती को अधिवक्ता दिवस के रूप में मनाया गया.
बाराबंकी: जिला बार में परंपरागत रूप से देश के प्रथम राष्ट्रपति डॉक्टर राजेन्द्र प्रसाद की याद में अधिवक्ता दिवस मनाया गया. इस मौके पर 11 वरिष्ठ अधिवक्ताओं को 50 हजार रुपये का चेक और अंगवस्त्र देकर सम्मानित किया गया. कार्यक्रम में मुख्य अतिथि जिला जज ने डॉ राजेन्द्र प्रसाद के व्यक्तित्व पर चर्चा की. इस मौके पर उन्होंने बार और बेंच में सामंजस्य बनाए रखने पर जोर दिया. इस मौके पर उन्होंने अधिवक्ताओं और न्यायिक अधिकारियों की जिम्मेदारियों पर भी प्रकाश डाला. जिला जज ने कहा कि बार से अच्छा कोई विश्वविद्यालय नहीं है.
परंपरागत रूप से मनाया गया अधिवक्ता दिवस
जिला बार एसोसिएशन हॉल में अधिवक्ता दिवस मनाया गया. देश के प्रथम राष्ट्रपति डॉ राजेन्द्र प्रसाद की याद में मनाए गए अधिवक्ता दिवस को लेकर वकीलों में खासा उत्साह दिखा. इस मौके पर परंपरागत रूप से 11 वरिष्ठ अधिवक्ताओं को 50 हजार रुपये का चेक देकर सम्मानित किया गया.
सभी न्यायिक अधिकारी हुए कार्यक्रम में शामिल
समारोह में अधिवक्ताओं के साथ सभी न्यायिक अधिकारी भी मौजूद रहे. यही नहीं इस मौके पर प्रशासनिक अधिकारियों और पुलिस अधिकारियों को भी बुलाया गया था. कार्यक्रम में मुख्य अतिथि जिला जज राधेश्याम यादव और पारिवारिक न्यायालय के जिला जज बृजेन्द्र कुमार मिश्रा, सीजेएम समेत तमाम न्यायिक अधिकारी मौजूद रहे. कार्यक्रम में सीडीओ, एडीएम और एडिशनल एसपी ने भी शिरकत की. इस मौके पर उपस्थित वक्ताओं ने डॉ राजेन्द्र प्रसाद के व्यक्तित्व और कृतित्व पर विस्तार से चर्चा की. बार एसोसिएशन अध्यक्ष जगत बहादुर सिंह की अध्यक्षता में कार्यक्रम का संचालन महामंत्री नरेंद्र वर्मा ने किया. कार्यकारिणी के पदाधिकारियों और सदस्यों ने आए हुए अतिथियों का स्वागत किया. जिला जज ने कहा कि हम लोग डॉ राजेन्द्र प्रसाद के आदर्शों और उनके जीवन मूल्यों में से अगर एक अंश भी आत्मसात कर लेते हैं तो ये उनको एक सच्ची श्रद्धांजलि होगी.