बाराबंकी: जहरीली शराब कांड में आबकारी विभाग की मिलीभगत उजागर हुई है. आबकारी निरीक्षक की संलिप्तता से मौत का यह कारोबार काफी अर्से से चल रहा था. पुलिस ने इस मामले में एक आबकारी निरीक्षक और पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा दिया है. अभी मामले में 20 हजार का इनामिया आरोपी फरार चल रहा है.
बाराबंकी शराब कांड में आबकारी विभाग की संलिप्तता. जहरीली शराब से दर्जनों की मौत
- रामनगर थाना क्षेत्र के रानीगंज और आस-पास के 6 गांवों में बड़ी संख्या में लोग बीमार हो गए.
- इन लोगों ने रानीगंज स्थित सरकारी ठेके से देशी शराब पी थी.
- रानीगंज गांव में एक साथ चार मौतें हुईं तो हड़कंप मच गया. धीरे-धीरे अस्पताल में मरीजों की संख्या बढ़ने लगी, जिससे प्रशासनिक अमले में खलबली मच गई.
- शासन स्तर पर कार्रवाई के निर्देश के बाद प्रथम दृष्टया मिली लापरवाही पर पुलिस और आबकारी विभाग के 15 लोगों को सस्पेंड कर दिया गया.
आबकारी विभाग की मिलीभगत
- मामले की जांच शुरू हुई तो रामनगर हल्के में तैनात आबकारी निरीक्षक राम तीर्थ की इस मामले में संलिप्तता पाई गई.
- इसकी मिलीभगत से जहरीली शराब बनाने वाले धड़ल्ले से शराब बेचते रहे.
- मामले का मुख्य आरोपी दानवीर सिंह है, जिसका रानीगंज में शराब का ठेका है. वह अपने कुछ साथियों के साथ मिलकर नकली और मिलावटी शराब बेचता था.
- इस धंधे में लिप्त कारोबारी स्प्रिट, अल्कोहल और डायजीपाम मिलाकर शराब तैयार करते थे और आबकारी निरीक्षक रामतीर्थ की मिलीभगत से बेचते थे.
इस मामले में आबकारी निरीक्षक, अनुज्ञापी, एक सेल्स मैन और इस धंधे में लिप्त तीन और आरोपियों को जेल भेज दिया है. अभी एक आरोपी की तलाश की जा रही है, जिसकी गिरफ्तारी के लिए 20 हजार का इनाम रखा गया है. उसे जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा. इस बड़े सिंडिकेट से जुड़े दूसरे लोगों की भी तलाश कर रही है. जो भी दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
-आरएस गौतम, एडिशनल एसपी