बाराबंकी:शासन के आदेश के बाद भी बाराबंकी जिले में 'जिला सैनिक बन्धु' का गठन न किए जाने से नाराज भूतपूर्व सैनिकों ने जिलाधिकारी से मिलकर इसके गठन के लिए गुहार लगाई. भूतपूर्व सैनिकों का कहना है कि मीटिंग न होने से उनकी समस्याओं का निस्तारण नहीं हो पा रहा है. साथ ही भूतपूर्व सैनिकों की मांग है कि कई साल पहले जारी हुए इस शासनादेश के अनुपालन में जिन्होंने लापरवाही बरती उन पर कार्रवाई भी की जाए.
भूतपूर्व सैनिकों ने की जिलाधिकारी से मुलाकात. सेवारत सैनिकों और भूतपूर्व सैनिकों की समस्याओं के निस्तारण के लिए वर्ष 2008 में शासन ने एक आदेश किया था. इस आदेश के तहत हर जिले में 'जिला सैनिक बंधु' का गठन किया जाना है. आरोप है कि बाराबंकी जिले में इसका गठन नहीं किया गया है. भूतपूर्व सैनिकों ने इसकी कई बार शिकायत भी की, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई. वर्ष 2016 में शासन ने इसका सख्ती से पालन कराए जाने का निर्देश दिया.
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भूतपुर्व सैनिकों का कहना है कि केवल दो मीटिंगे हुईं, लेकिन उसके बाद फिर कुछ नहीं हुआ. जबकि हर माह के तीसरे शनिवार को 'जिला सैनिक बन्धु' की बैठक होने का प्रावधान है. इसी शासनादेश को लागू कराए जाने की मांग को लेकर सोमवार को जिले के वेटरन्स इंडिया के बैनर तले भूतपूर्व सैनिकों ने जिलाधिकारी से गुहार लगाई.
भूतपूर्व सैनिकों का कहना है कि जिले में तकरीबन चार हजार भूतपूर्व सैनिक हैं, जिनकी तमाम समस्याएं हैं. मीटिंग न हो पाने से समस्याओं का निस्तारण नहीं हो पा रहा है. साथ ही भूतपूर्व सैनिकों की मांग है कि जिनकी लापरवाही से अब तक 'जिला सैनिक बन्धु' का गठन नहीं हुआ, ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाए. ताकि शासनादेशों के अनुपालन में लापरवाही न हो.