बाराबंकी: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मंशा के अनुरूप वर्ष 2025 तक देश से टीबी (Tuberculosis) के समूल नाश के लिए स्वास्थ्य विभाग ने आजादी के अमृत महोत्सव के उपलक्ष में आईकॉनिक वीक ऑफ हेल्थ (Iconic Week Of Health) अभियान शुरू किया है. आगामी 9 जनवरी तक चलने वाले इस विशेष अभियान में क्षयरोग विभाग की टीम गांव-गांव जाकर धर्मगुरुओं की मदद लेगी, ताकि किसी प्रकार की हिचकिचाहट के चलते सामने न आने वाले टीबी रोगियों की पहचान कर उनका इलाज किया जा सके.
टीबी यानी क्षयरोग एक गंभीर संक्रामक व बैक्टीरिया से होने वाली बीमारी है, जो मुख्य रूप से फेफड़ों को प्रभावित करती है और जानलेवा हो सकती है. आंकड़ों के मुताबिक भारत में हर साल 10 लाख से ज्यादा मामले सामने आते हैं. टीबी मरीजों के मामले में उत्तर प्रदेश की स्थिति दूसरे प्रदेशों की तुलना में डराने वाली है. यही वजह है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस बीमारी को लेकर खासा गंभीर हैं.
वहीं, पीएम मोदी का सपना है कि वर्ष 2025 तक देश से टीबी का समूल नाश हो जाए. इसके लिए समय-समय पर स्वास्थ्य विभाग अभियान चलाता है. अब एक बार फिर से आजादी के अमृत महोत्सव के उपलक्ष में विभाग ने एक खास अभियान शुरू किया है. इस अभियान को आईकॉनिक वीक ऑफ हेल्थ नाम दिया गया है. 9 जनवरी तक चलने वाले इस अभियान में 5 और 6 जनवरी को स्कूल, कॉलेज, मदरसों और एनसीसी कैडेट्स का संवेदीकरण किया जाएगा.