बाराबंकीः कोरोना संकट को लेकर चल रहे लॉक डाउन में बंद जिला एवं सत्र न्यायालय खोल दिया गया. कोर्ट परिसर में ज्यादा भीड़ न हो और सोशल डिस्टेंसिंग की अनदेखी न हो, इसके लिए मेन गेट को छोड़कर बाकी के गेट बंद रहे. गेट से अंदर आने वालों पर निगरानी रखी जा रही थी.
डेढ़ महीने बाद खुला बाराबंकी सिविल कोर्ट - कोरोना संकट
कोरोना संकट के बीच डेढ़ महीने बाद बाराबंकी सिविल कोर्ट खोल दिया गया. लेकिन कचहरी परिसर में पहले दिन सन्नाटा पसरा रहा.
23 मार्च से बंद चल रहे बाराबंकी सिविल कोर्ट को शुक्रवार को खोल दिया गया. कचहरी में पहले दिन सन्नाटा पसरा रहा. केवल जमानत प्रार्थना पत्रों पर वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये सुनवाई हुई. न्यायिक अधिकारियों ने चैम्बर्स में बैठकर जमानत प्रार्थना पत्रों की सुनवाई की.
कचहरी परिसर में भीड़ न लगे लिहाजा पब्लिक के प्रवेश पर पाबंदी थी. केवल मेन गेट से ही प्रवेश दिया जा रहा था. बाकी के सभी गेटों को बंद रखा गया था. बार के पदाधिकारियों के अलावा वे ही अधिवक्ता कचहरी पहुंचे, जिनके प्रार्थना पत्रों की सुनवाई होनी थी. जिला बार अध्यक्ष जगत बहादुर सिंह ने बताया कि पूरी तरह से एहतियात बरती जा रही है. ताकि सामाजिक दूरी बनी रहे और कोरोना संक्रमण के फैलने को रोका जा सके.