बाराबंकी: 15 जुलाई से कक्षा 9 से 12 तक विधिवत शिक्षण कार्य कराए जाने के शासन से आए निर्देश के बाद जिला विद्यालय निरीक्षक ने रणनीति बनानी शुरू कर दी है. इसके लिए चरणवार मीटिंग कर जिले के सभी प्रधानाचार्यों को जरूरी हिदायतें दी जा रही हैं. स्वास्थ्य विभाग भी इन प्रधानाचार्यों को कोविड-19 के संक्रमण से बच्चों को बचाने के साथ-साथ संचारी रोगों से बचाव के तरीके बता रहा है. यही नहीं गाइडलाइंस का अनुपालन न करने पर कॉलेज के खिलाफ कार्रवाई की भी चेतावनी दी गई है.
बाराबंकी: DIOS ने बनाई रणनीति, 15 जुलाई से शिक्षण कार्य के बदल जाएंगे नियम
उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिले में कक्षा 9 से 12 तक शिक्षण कार्य के लिए जिला विद्यालय निरीक्षक ने रणनीति बनानी शुरू कर दी है. जिले के सभी प्रधानाचार्यों के साथ बैठक कर उनको दिशा-निर्देश दिए जा रहे हैं.
लॉकडाउन के चलते शिक्षण कार्य प्रभावित न हो इसके लिए शासन ने अप्रैल माह से ही ऑनलाइन पढ़ाई के निर्देश दिए थे, लेकिन अब 15 जुलाई से इसके तरीके बदल जाएंगे. कोरोना संक्रमण न फैले लिहाजा गाइडलाइंस जारी की गई है. इन गाइडलाइंस का सख्ती से अनुपालन किया जाए. इसको लेकर जिला विद्यालय निरीक्षक जिले के सभी प्रधानाचार्यों के साथ बैठक कर उनको दिशा निर्देश दे रहे हैं.
ये हैं गाइडलाइंस:-
1. सबसे पहले हर विद्यालय को अभिभावक-अध्यापक एसोसिएशन का गठन कर बैठक करनी होगी.
2. हर विद्यालय को अपने संस्थान में ई-लाइब्रेरी की व्यवस्था करनी होगी. इसमें विद्यालय द्वारा लिए जा रहे वाचनालय शुल्क से NCERT की पुस्तकें खरीद कर रखी जाएं. साथ ही रोस्टर के अनुसार छात्र-छात्राओं को पढ़ने के लिए दी जाएं. यही नहीं पुराने बच्चों से उनकी किताबें मांगकर उनको भी लाइब्रेरी में रखा जाए.
3. प्रवेश के समय ये सुनिश्चित कर लिया जाय कि स्टूडेंट ऑनलाइन पढ़ाई करेगा या ऑफलाइन. ऑफलाइन वाले छात्रों को नोट्स उपलब्ध कराए जाएंगे. ऑनलाइन पढ़ने वाले स्टूडेंट्स के उपकरणों जैसे मोबाइल, लैपटॉप, कम्प्यूटर और टीवी का ब्यौरा रखा जाए.
4. छात्रवृत्ति आवेदन पत्र भराने में विद्यालय को स्टूडेंट्स की पूरी मदद करनी होगी.
5. किसी भी विद्यालय में स्टूडेंट्स को लाने और ले जाने के लिए विद्यालय कोई भी वाहन नहीं चलाएगा.
6. ऑफलाइन पढ़ने आने वाले स्टूडेंट्स के साथ सोशल डिस्टेंसिंग, मास्क वगैरह का ध्यान रखा जाए.
7. संचारी रोगों का ध्यान रखते हुए नियमित अंतराल पर अभिभावकों को जागरूक किया जाए.