बाराबंकी : केंद्र की मोदी और प्रदेश की योगी सरकार ने बाराबंकी की जनता को बड़ी सौगात दी है. अब बाराबंकी और आसपास जिलों के किडनी की प्रॉब्लम से जूझ रहे (kidney disease) मरीजों को डायलिसिस (dialysis) कराने के लिए राजधानी लखनऊ या बड़े जिलों की दौड़ नहीं लगानी होगी क्योंकि यहां के जिला अस्पताल में डायलिसिस यूनिट (dialysis unit ) में इलाज शुरू हो गया है है. डायलिसिस की सुविधा मरीजों को मुफ्त मिलेगी. अपॉइंटमेंट के लिए मरीजों को सिर्फ 1 रुपये की पर्ची कटवानी होगी.
बाराबंकी जिला अस्पताल के सीएमएस डॉ ब्रजेश कुमार ने बताया कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (national health mission) और इसकैग संजीवनी (Eskag Sanjeevani) कंपनी ने संयुक्त रूप से बाराबंकी में डायलिसिस यूनिट की स्थापना की है. उन्होंने बताया कि इसकैग संजीवनी कंपनी प्रदेश के 16 जिलों में डायलिसिस यूनिट लगाने का एग्रीमेंट किया था. इसके तहत बाराबंकी जिला अस्पताल में भी 6 मशीनें लगाई गई हैं. एग्रीमेंट के तहत जिला अस्पताल में डायलिसिस यूनिट लगाने के लिए कंपनी को जगह उपलब्ध कराई गई है. मैनपावर, इंफ्रास्ट्रक्चर और मशीनों की मेंटिंनेंस की जिम्मा संस्था का है. इसकैग संजीवनी के स्टेट हेड देबाशीष चन्द्रा ने बताया कि संजीवनी संस्था पूरे देश में डायलिसिस पर काम कर रही है. पूरे देश मे संस्था के 250 डायलिसिस सेंटर हैं.सरकार से संस्था का एग्रीमेंट है. सरकार प्रति डायलिसिस एक फिक्स रकम कम्पनी को देती है. राज्यमंत्री सतीश शर्मा, सांसद उपेन्द्र रावत समेत जिला प्रशासन की मौजूदगी में डायलिसिस की शुरुआत की गई थी.