बाराबंकी : यूपी के बाराबंकी में एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है. यहां साढ़े तीन साल पहले मृत हो चुके एक हेड मुहर्रिर के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है. दरअसल, यहां के एक थाने से हत्या, एनडीपीएस, चोरी, भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम और आर्म्स एक्ट समेत 22 मुकदमों से सम्बंधित माल मुकदमा थाने के मालखाने से गायब हो गए. मालखाना के मौजूदा हेड मुहर्रिर द्वारा तलाश किये जाने के बाद भी जब माल मुकदमाती नहीं मिले तो वर्तमान हेड मुहर्रिर ने मृतक हेड मुहर्रिर के खिलाफ मुकदमा दर्ज करा दिया. पुलिस ने साढ़े तीन वर्ष पहले मृत हो चुके हेड मुहर्रिर के खिलाफ धारा 409 आईपीसी के तहत मुकदमा लिखकर मामले की तफ्तीश शुरू कर दी है.
यह है मामला : जिले के लोनी कटरा थाने के मालखाने की सुरक्षा और देखभाल की जिम्मेदारी हेड मुहर्रिर अयाज अहमद की है. अयाज अहमद 04 मई 2022 से यहां हेड मुहर्रिर मालखाना के पद पर नियुक्त हैं. अयाज अहमद ने तहरीर में लिखा है कि मैंने दिनांक 30 जून 2022 से 08 जुलाई 2022 तक थाने पर मौजूद माल मुक़दमाती का चार्ज हेड कांस्टेबल अजय कुमार यादव से लिया था. रजिस्टर के मुताबिक, 22 माल मुक़दमती माल नहीं मिले थे, जिसके सम्बन्ध में जानकारी व तलाश करने पर पता चला कि थाना लोनी कटरा पर पूर्व में मालखाना के हेड मुहर्रिर के तौर पर नरेंद्र कुमार वर्मा की नियुक्ति थी. जिनकी 04 फरवरी 2020 को सड़क दुर्घटना में मौत हो गई थी. नरेंद्र कुमार वर्मा के पास लोनी कटरा थाने के माल मुकदमाती और सरकारी संपत्ति का चार्ज था. मालखाना में ताला बंद होने के चलते इसकी सूचना जिलाधिकारी को दी गई थी. डीएम के अनुमोदन के बाद एडीएम द्वारा एसडीएम हैदरगढ़, तहसीलदार हैदरगढ़ और तत्कालीन प्रभारी निरीक्षक लोनी कटरा की संयुक्त टीम गठित की गई. टीम ने नौ अक्टूबर 2020 को मालखाना का ताला तोड़कर माल मुकदमाती और सरकारी संपत्ति का चार्ज हेड कांस्टेबल अजय कुमार यादव को प्रदान किया गया था. कमेटी द्वारा मौके पर मालखाना में मौजूद जिन मालों की सूची बनाकर हेड कांस्टेबल अजय कुमार यादव को चार्ज दिया गया था, माल मुक़दमती मालों का चार्ज लेने के बाद जब उसका मिलान प्रचलित मालखाना रजिस्टर से जब हेड कांस्टेबल अयाज अहमद ने मिलान किया तो 22 माल मुकदमाती माल नहीं मिले. जिसका विवरण कमेटी की चार्ज लिस्ट में भी नहीं है. हेड मुहर्रिर अयाज अहमद द्वारा थाना परिसर और प्रांगण में काफी तलाश किया गया, लेकिन माल नहीं मिले. इनमें आर्म्स एक्ट, हत्या, एनडीपीएस एक्ट समेत 22 मुकदमों के माल हैं जो गायब हैं.