बाराबंकीः जिले में स्थित एक निजी अस्पताल द्वारा कोविड मरीजों से इलाज के नाम पर मनमानी वसूली किए जाने का सनसनीखेज मामला उजागर हुआ है. अस्पताल प्रबंधन द्वारा की गई इस बड़ी लापरवाही पर जिला प्रशासन ने मुकदमा दर्ज कराया है. पीड़ित मरीजों की शिकायत पर प्रशासन ने एक विशेष टीम द्वारा जांच कराई गई थी. जांच टीम को अस्पताल द्वारा इलाज के नाम पर भारी अनियमितता और अवैध वसूली मिली, जिसके आधार पर उप मुख्य चिकित्साधिकारी की तहरीर पर नगर कोतवाली में आस्था हॉस्पिटल प्रबंधन के खिलाफ धारा 420 आईपीसी की धारा 52, 53 आपदा प्रबंधन अधिनियम 2005 और धारा 3, 4 महामारी अधिनियम 1897 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है.
कोरोना मरीजों से की जमकर वसूली
बताते चलें कि नगर कोतवाली के देवां रोड स्थित आस्था हॉस्पिटल को कोविड अस्पताल बनाया गया था. मरीजों के भर्ती होने पर अस्पताल प्रबंधन आपदा को अवसर में बदलने लगा. मरीजों से ऑक्सीजन सिलेंडर और इलाज के नाम पर मनमानी वसूली करने लगा. अस्पताल ने कोविड मरीजों से ऑक्सीजन सिलेंडर, रेगुलेटर खरीदवाए, निर्धारित शुल्क से अधिक शुल्क की वसूली की. यही नहीं भर्ती मरीजों को निर्धारित प्रोटोकॉल के तहत उपचार भी नहीं दिया. पीड़ित मरीजों के परिजनों ने जब इसकी शिकायत जिलाधिकारी से की तो हड़कंप मच गया.
पीड़ितों की शिकायत पर हुई जांच
मामले को गंभीरता से लेते हुए जिलाधिकारी ने एक विशेष जांच टीम का गठन किया. एसडीएम नवाबगंज अभय कुमार पांडे की अध्यक्षता में टीम में अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. केएनएम त्रिपाठी, सीओ सिटी सीमा यादव और प्रोबेशन एसडीएम सचिन वर्मा ने अस्पताल पहुंचकर जांच की.