बाराबंकी: जिले में शनिवार को जिला विकास समन्वय और निगरानी समिति की बैठक हुई. बैठक में BSNL के TDM ऑफिसर के न आने और अपने मातहत को भेजे जाने को लेकर सांसद उपेंद्र सिंहरावत नाराजगी जताई. साथ ही इस मामले में डीएम को कार्रवाई के लिए कहा और बैठक से प्रतिनिधि को बाहर कर दिया.
जिला विकास समन्वय की बैठक में नहीं पहुंचे अधिकारी. डीआरडीए हाल में बैठक का आयोजन किया गया था. बैठक में सांसद बाराबंकी, सांसद फैजाबाद, विधायक दरियाबाद, रामनगर, हैदरगढ़, बाराबंकी, जैदपुर, एमएलसी, राज्यसभा सांसद बेनी प्रसाद वर्मा और पीएल पुनिया के प्रतिनिधि और ब्लॉक प्रमुख पहुंचे थे. जिलाधिकारी, मुख्य विकास अधिकारी, सीएमओ, एडीएम समेत सभी 42 विभागों के नोडल अधिकारी बुलाये गए थे. यह भी पढ़ें: मंदिर का कपाट खुला, पुलिस ने 10 महिला श्रद्धालुओं को वापस भेजा
बैठक में विभागवार समीक्षा की शुरुआत हुई. इस दौरान नहर विभाग में सिल्ट सफाई में हो रही लापरवाही को लेकर जनप्रतिनिधियों ने शिकायत की. कई गांवों के ओडीएफ को लेकर सवाल खड़े किए गए. अपात्र लोगों को आवास दिए जाने का मामला भी सुनाई दिया. वहीं जब टेलीफोन विभाग का नम्बर आया तो टीडीएम की पुकार हुई, लेकिन उनकी जगह पर उनका प्रतिनिधि खड़ा हुआ.
सांसद के पूछने पर प्रतिनिधि ने बताया कि टीडीएम साहब ऑफिस में हैं और बैठक में उसे भेजा गया है. ये सुनते ही सांसद उपेंद्र रावत गुस्से में आ गए. उन्होंने जिलाधिकारी से लापरवाह टीडीएम के खिलाफ कार्रवाई करने को कहा. साथ ही प्रतिनिधि को तुरन्त बैठक से बाहर कर दिया.
टीडीएम ऑफिस में होने के बावजूद बैठक में नहीं आए. इसलिए उनके प्रतिनिधि को बाहर कर दिया गया. अगर टीडीएम किसी कारण काम से बाहर गए होते तो बात अलग होती.
-उपेंद्र सिंह रावत, सांसद भाजपा