बाराबंकी: 250 से ज्यादा फिल्मों में अभिनय कर चुके मशहूर बॉलीवुड अभिनेता रजा मुराद ने की ईटीवी भारत से खास बातचीत की. बातचीत में उन्होंने कहा कि बाराबंकी में लोग कवियों और शायरों की कद्र करते हैं. यह धरती देवा और महादेवा की साझी विरासत की पहचान है. साथ ही उन्होंने बताया कि उच्चतम न्यायालय ने राम मंदिर पर फैसला देकर दंगा और विवाद की सोच फैलाने वाले लोगों को करारा जवाब दिया.
रजा मुराद ने कहा कि भारत के लोगों ने दंगा फैलाने वाले लोगों की सोच को नकार दिया है और कहीं भी किसी प्रकार की कोई घटना नहीं हुई. इसलिए मैं देश के सभी नागरिकों को धन्यवाद देता हूं. फिल्मों के अपने डायलॉग सुनाते हुए उन्होंने कहा कि कुछ डायलॉग जो एक लाइन के होते हैं वह ज्यादा प्रभावशाली होते हैं.
बाराबंकी की धरती में दिखाई देती है साझी विरासत की पहचान
बॉलीवुड में खलनायक का किरदार निभाने वाले, बुलंद आवाज के मालिक रजा मुराद ने बातचीत में अपने दिल की बात कही, जिसमें उन्होंने कहा कि वह न केवल बाराबंकी दोबारा आए हुए हैं, बल्कि तिबारा भी आना चाहते हैं. यहां की धरती और यहां की मिट्टी में वह खुश्बू है, जिसमें साझी विरासत की पहचान दिखाई देती है, इसमें गंगा जमुनी तहजीब घुली मिली है.