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भारत के मुसलमानों को उनका सियासी हक मिलने पर ही संविधान मजबूत होगाः ओवैसी

यूपी चुनाव में अभी वक्त है, लेकिन यहां का सियासी पारा एक-एक दिन बीतने के साथ ही बढ़ता जा रहा है. सत्तारूढ़ बीजेपी जहां पूरी तरह से चुनावी मोड में आ गई है, वहीं विपक्ष दल भी अपने सभी कील-कांटें दुरुस्त करना शुरू कर दिये हैं. यूपी के 2022 के चुनाव में AIMIM की इंट्री और पार्टी के मुखिया असदुद्दीन ओवैसी के प्रचार ने इसे और दिलचस्प बना दिया है.

बाराबंकी में असदुद्दीन ओवैसी की सियासी रैली
बाराबंकी में असदुद्दीन ओवैसी की सियासी रैली

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Published : Sep 9, 2021, 7:08 PM IST

बाराबंकीः तीन दिवसीय यूपी दौरे पर यूपी पहुंचे ऑल इंडिया मुस्लिम इत्तेहादुल मुस्लिमीन(AIMIM) के चीफ असदुद्दीन ओवैसी अंतिम दिन गुरुवार को बाराबंकी में रहे. इस दौरान उन्होंने एक जनसभा को सम्बोधित किया. यूपी में अपनी पार्टी की सियासी जमीन मजबूत करने निकले ओवैसी ने कहा कि हम मंत्री नहीं बनना चाहते हम लड़ने वाले हैं, लड़ना जानते हैं. उन्होंने कहा कि हम बराबरी चाहते हैं, अपना हिस्सा चाहते हैं. उन्होंने कहा कि भारत का लोकतंत्र, भारत का संविधान, भारत की भाईचारगी उस वक्त मजबूत होगी जब भारत के मुसलमानों को उनका सियासी हक मिलेगा.

नगर के चन्दना मोहल्ले में आयोजित इस जनसभा में चिलचिलाती धूप के चलते तो ज्यादा भीड़ नहीं जुट सकी थी, बावजूद इसके ओवैसी के तेवर में कोई बदलाव नहीं आया. हमेशा की तरह उन्होंने सपा, बसपा और कांग्रेस को अपने निशाने पर लिया. सीएम योगी और पीएम मोदी पर उन्होंने जमकर कटाक्ष किये.

बाराबंकी में असदुद्दीन ओवैसी की सियासी रैली



हिन्दू राष्ट्र बनाने की हो रही साजिश

भाजपा पर प्रहार करते हुए उन्होंने कहा कि वर्ष 2014 में जब से इस मुल्क में पीएम मोदी की सरकार आई है साजिश के तहत इस मुल्क के सेकुलरिज्म को कमजोर करने की कोशिशें की जा रही हैं. उन्होंने कहा कि जब से भाजपा की सरकार बनी है, भारत का जो सेकुलरिज्म है, भारत की जो खूबसूरती है, भाईचारगी है उसको बदलकर हिन्दू राष्ट्र बनाने की साजिश हो रही है.



हम मंत्री नहीं हिस्सेदारी चाहते हैं

ओवैसी ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि वो मंत्री बनना नहीं चाहते. उन्होंने कहा कि हम लड़ने वाले लोग हैं, लड़ना जानते हैं. हम बराबरी चाहते हैं, अपना हिस्सा चाहते हैं, हम हिस्सेदारी चाहते हैं. उन्होंने कहा कि अगर 11 फीसदी यादव मुख्यमंत्री बना सकते हैं तो 19 फीसदी मुसलमान क्या एआईएमआईएम के 19 एमएलए नहीं बना सकते. ओवैसी ने कहा कि भारत का लोकतंत्र और भारत का संविधान, यहां की भाईचारगी उस वक्त मजबूत होगी जब भारत के मुसलमानों को उनका सियासी हक मिलेगा.


सपा, बसपा आरएसएस के हिस्से

ओवैसी ने कहा कि वर्ष 2014 के बाद से मॉब लीचिंग के नाम पर खासकर मुसलमानों और दलितों को निशाना बनाया जाता है. सपा, बसपा और कांग्रेस पर उन्होंने निशाना साधते हुए कहा कि भारत को कमजोर करने के लिए जब भी कहीं जुल्म होता है उस वक्त ये राजनैतिक पार्टियां खामोश रहती हैं. इनकी जुबानों पर ताला लगा है चाहे वो सीएए का मामला हो या ट्रिपल तलाक का मामला.

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