बाराबंकी: अब निजी कंपनियों के साथ-साथ आउटसोर्सिंग की भी नौकरियां सेवायोजन विभाग देगा. नए नियमों के मुताबिक, अब सारी रिक्तियां सेवायोजन पोर्टल के माध्यम से ही भरी जाएंगी. बदले हालत में सेवायोजन विभाग की उपयोगिता बढ़ गई है.
आयोग की भर्तियों को छोड़कर ज्यादातर विभागों में आउटसोर्सिंग के जरिए रिक्तियां भरी जा रही थीं. अभी तक सर्विस प्रोवाइडर्स मनमाने ढंग से नियुक्तियां करा देते थे, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा. अब सेवायोजन में पंजीकरण की बाध्यता अनिवार्य कर दी गई है. नए नियमों के मुताबिक अब सारी रिक्तियां सेवायोजन पोर्टल के माध्यम से ही भरी जाएंगी. सेवा प्रदाता को सेवायोजन पोर्टल के जरिए ही कर्मकारों का चयन करना होगा. इसके लिए जेम पोर्टल यानी गवर्नमेंट ई-मार्केट प्लेस और सेवायोजन पोर्टल को इन्टरलिंक्ड किया गया है.
विभागीय अधिकारियों का मानना है कि शासन की ये नई व्यवस्था बेरोजगारी दूर करने में मील का पत्थर साबित होगी. इससे न केवल भर्ती प्रक्रिया में पूरी पारदर्शिता रहेगी, बल्कि बेरोजगारों को अपनी योग्यता के अनुसार भर्ती प्रक्रिया में सीधे भाग लेने का मौका भी मिलेगा.
क्या है भर्ती प्रक्रिया
सबसे पहले जिस विभाग को कर्मकारों की जरूरत होगी, उस विभाग को कर्मकारों की संख्या, योग्यता, शर्तें, वेतन का पूरा ब्योरा जैम पोर्टल पर निविदा या बिड अपलोड करना होगा. जो सेवा प्रदाता कम्पनी विभागीय शर्तों को मंजूर करते हुए कर्मकार देने को तैयार होगी. उसे जैम पोर्टल पर अपनी मंजूरी डालनी होगी. विभाग उन सेवा प्रदाता कम्पनियों में से चुनाव करेगा और एक को फाइनल कर देगा. ये प्रक्रिया बिड एवार्ड कहलाती है.
अभ्यर्थियों का होगा चयन
सेवा प्रदाता कम्पनी उसे देखकर इस बिड को सेवायोजन पोर्टल पर डालेंगे. सेवायोजन पोर्टल पर पहले से पंजीकृत बेरोजगार में से योग्यता के अनुसार चुनाव कर सर्विस प्रोवाइडर्स उनका बाकायदा टेस्ट और इंटरव्यू करेंगे, उसके बाद फाइनल चयन कर उस विभाग में नियुक्ति कराएंगे. रिक्त पद के तीन गुना आवेदन लिए जाएंगे.