बाराबंकी: मुख्तार अंसारी एम्बुलेंस मामले में वांछित चल रहे 25 हजार रुपये के इनामी आरोपी आनंद यादव को बाराबंकी पुलिस ने बुधवार को गिरफ्तार कर लिया. आरोपी आत्मसमर्पण की फिराक में था कि मुखबिर की सूचना पर नगर कोतवाली पुलिस ने लखनऊ-अयोध्या हाइवे पर स्थित वादीनगर मोड़ के पास से उसे गिरफ्तार कर लिया.
क्या है मामला
फर्जी दस्तावेजों के सहारे वर्ष 2013 में एक एम्बुलेंस बाराबंकी एआरटीओ कार्यालय से पंजीकृत कराई गई थी. इस एम्बुलेंस का प्रयोग मुख्तार अंसारी द्वारा किया जा रहा था. पंजाब के रोपण जेल में बंद मुख्तार द्वारा पेशी पर इसी एम्बुलेंस से मोहाली कोर्ट जाने के दौरान ये एम्बुलेंस चर्चा में आई थी. बाराबंकी संभागीय परिवहन विभाग में जब इस एम्बुलेंस की पड़ताल शुरू की तो पता चला कि इसका रिनिवल ही नहीं कराया गया था. कागजात खंगाले गए तो ये डॉ. अलका राय की फर्जी आईडी से पंजीकृत पाई गई. इस मामले में डॉ. अलका रॉय, डॉ. शेषनाथ राय, राजनाथ यादव, मुजाहिद समेत कई के खिलाफ नगर कोतवाली में मुकदमा लिखाया गया था. बाद में छानबीन में मुख्तार की संलिप्तता पाए जाने पर मुकदमे में धाराएं बढ़ाते हुए उनका नाम भी बढ़ाया गया था.
तीन आरोपियों पर था इनाम
इस मामले में पुलिस ने डॉ. अलका राय, शेषनाथ राय और राजनाथ यादव को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था. साथ ही इस मामले में वांछित चल रहे आनंद यादव, शाहिद और मुजाहिद की गिरफ्तारी के लिए इनाम घोषित किया था. जिसमें से आरोपी आनंद यादव को बुधवार को गिरफ्तार कर लिया गया. इसके ऊपर 25 हजार रुपये का इनाम था, बाकी दो इनमिया अपराधियों की तलाश की जा रही है.