बांदा:जिले में स्वास्थ्य विभाग की घोर लापरवाही देखने को मिली है. जिले के बबेरू सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के हालात यह हैं कि मरीजों को उपचार के बाद गद्दा भी नसीब नहीं हुआ. यहां पर नसबंदी के बाद दस से ज्यादा महिलाओं को जमीन पर लिटा दिया गया और इस ठंड में महिलाएं घंटों जमीन पर पड़ी रहीं. इस मामले में जब जिले के सीएमओ से बात की गई तो उनका कहना था कि बेड की कमी के चलते 2 या 3 महिलाओं को जमीन पर लिटा दिया गया था.
महिलाओं के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़, नसबंदी के बाद जमीन पर लिटाया
यूपी के बांदा जिला अस्पताल में नसबंदी के बाद महिलाओं को जमीन पर लिटा दिया गया. जब सीएमओ से इस बारे में बात की गई तो उन्होंने बेड की कमी बताकर मामले से पल्ला झाड़ लिया.
इलाज के बाद गद्दा तक नहीं हुआ नसीब
पूरा मामला बबेरू सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का है, यहां पर मंगलवार को नसबंदी का कैंप लगा था. इसमें महिलाओं की नसबंदी होनी थी. नसबंदी के बाद इन महिलाओं को एक मामूली टाट पर लिटा दिया गया. नियमों के आनुसार ऑपरेशन के बाद बहुत ही एहतिआत बरतने की जरुरत होती है, लेकिन जिले के स्वास्थ्य केंद्र में इसके विपरीत ही देखने को मिला है. बबेरू सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में महिलाओं की जान की परवाह न करते हुए उनके स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ किया गया.
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बबेरू में 16 केस रजिस्टर हुए थे, जिनकी नसबंदी होनी थी. सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में 30 बेड की क्षमता है मगर कुछ बेड फुल हो गए थे. जिसके चलते दो या तीन महिलाओं को जमीन पर गद्दा डालकर लिटा दिया गया था.
-डॉ. सन्तोष कुमार, सीएमओ