बांदा: जिले की एक दलित महिला अपने परिवार के साथ फरियाद लेकर जिलाधिकारी कार्यालय पहुंची. यहां पर उसने जिलाधिकारी को पत्र के माध्यम से अवगत कराया कि उसके गांव के कुछ लोगों ने जमीनी विवाद के चलते उसके दो बेटों और उसके भाई को झूठे मुकदमे में फंसा दिया है. वहीं उसके भाई को पिछले 4 दिनों से पुलिस लॉकअप में बंद किए हुए है और परेशान कर रही है. इसलिए इस मामले की निष्पक्षता से जांच कराकर कार्रवाई की जाए.
बांदा: परिवार के साथ डीएम ऑफिस पहुंची महिला, लगाई न्याय की गुहार
उत्तर प्रदेश के बांदा जिले में एक महिला ने गांव के ही कुछ लोगों पर अपने बेटों को झूठे मुकदमे में फंसाने का आरोप लगाया. महिला न्याय की गुहार लगाते हुए जिलाधिकारी कार्यालय पहुंची. महिला का कहना है कि पुलिस में शिकायत करने के बाद भी कोई सुनवाई नहीं हो रही है.
गिरवा थाना क्षेत्र के स्योढ़ा गांव में रन्नो देवी नाम की महिला अपने परिवार के अन्य सदस्यों के साथ जिलाधिकारी कार्यालय पहुंची. यहां पर उसने अपने गांव के ही रहने वाले खिलावन यादव, विशेश्वर यादव, केशव यादव और उसकी पत्नी गुड़िया पर अपने दो बेटों और भाई अवधेश को झूठे मुकदमे में फंसाने का आरोप लगाते हुए शिकायती पत्र दिया है. साथ ही आरोप लगाया है कि यह लोग दबंग किस्म के लोग हैं. जो आए दिन हमसे गाली-गलौज और मारपीट करते हैं. इसको लेकर हमने पहले मुकदमा दर्ज कराया था. उसी मुकदमे में समझौते का दबाव बनाने के लिए पुलिस के साथ मिलकर इन लोगों ने हम पर झूठे मुकदमे लगवा दिए हैं.
पीड़ित परिवार का कहना है कि गांव के ही खिलावन यादव, विश्वेश्वर यादव, केशव यादव और उसकी पत्नी गुड़िया ने हमारी जमीन पर जबरदस्ती कब्जा कर लिया है. आए दिन वह हमसे गाली-गलौज और मारपीट भी करते हैं. अगर हम पुलिस के पास जाते हैं फिर भी हमारी कहीं कोई सुनवाई नहीं होती है. हम पिछले 2 साल से परेशान हैं. पिछले साल भी इन लोगों ने हमसे मारपीट की थी. 28 सितंबर को भी उन्होंने कुल्हाड़ी से हमला किया था. इसके तहत इन लोगों के खिलाफ थाने में मुकदमा लिखवाया गया था. इसी मामले में इन लोगों ने दोनों बेटों को झूठे केस में फंसा दिया है.