बांदा: मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री व बीजेपी की फायरब्रांड नेता उमा भारती शुक्रवार की देर शाम बांदा शहर पहुंची. यहां पर कुछ समय बिताने के बाद वहां से दिल्ली के लिए रवाना हो गई. मीडिया से बातचीत करते हुए उमा भारती ने जहां अपनी मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे किसानों से प्रार्थना की है कि वो सरकार के प्रस्ताव को मान लें तो वहीं उन्होंने कहा कि बुंदेलखंड के अलावा देश में कुछ इलाके ऐसे हैं, जो आज भी पिछड़े और शोषित हैं, जिनके विकास के लिए हमारी सरकार प्रयासरत है. बीजेपी नेता ने कहा कि हमारे प्रधानमंत्री का सपना है कि भारत आत्मनिर्भर बने और इसको लेकर कई प्रयास किए जा रहे हैं. वहीं बुंदेलखंड की समस्याओं को लेकर भी सरकार चिंतित है और यहां की समस्याओं के निराकरण को लेकर बात चल रही है.
मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री पहुंची बांदा. महेश्वरी देवी मंदिर पहुंच किया पूजन अर्चन
मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती शुक्रवार शाम को महेश्वरी देवी मंदिर पहुंची. यहां पार्टी के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने उनका जोरदार स्वागत किया. इसके बाद उमा भारती मंदिर के अंदर पहुंची और देवी के दर्शन और पूजन किए. इसके बाद वो वहां से चली गईं.
महेश्वरी देवी मंदिर पहुंची उमा भारती. साझा की अपनी पुरानी यादें
उमा भारती ने बताया कि बाबरी विध्वंस के मामले में जब पूरे 50 हजार कारसेवक बंदी थे तो बांदा ने उनके रहने और खाने पीने की व्यवस्था की थी. क्योंकि इतने बंदियों की व्यवस्था सरकार नहीं कर सकती थी और सभी कार सेवकों ने यहां पर अपनी बंदी होने की मर्यादाओं का पालन किया था. इसके बाद जब अयोध्या में अशोक सिंघल जी के घायल होने की सूचना मुझे मिली व एक कारसेवक वासुदेव अग्रवाल के गोली लगने से मौत की सूचना मुझे मिली तो मैं यहां की अस्थाई जेल से निकलकर भाग निकली थी और अयोध्या पहुंची थी. उस समय अयोध्या आंदोलन में एक नया मोड़ आया था और उसके बाद मेरे जीवन में भी एक नया मोड़ आया था.
बुंदेलखण्ड के विकास के लिए सरकार प्रयासरत
बीजेपी की फायर ब्रांड नेता उमा भारती ने कहा कि आज मैं सबसे पीड़ित और शोषित इलाके में हूं. भारत में इस बुंदेलखण्ड के अलावा भी कुछ इलाके हैं, जैसे कालाहांडी व अन्य कुछ जगहे हैं, जहां बेरोजगारी, पिछड़ापन और गरीबी की समस्या है, जिनको दूर करने के लिए मोदी सरकार प्रयासरत है. इसी के तहत केन-बेतवा परियोजना को लेकर बात चल रही है व सिंचाई के साधनों के लिए भी पूरे बुंदेलखंड में पेयजल परियोजना की भी बात चल रही है. उमा भारती ने कहा कि रामराज्य का मतलब यह है कि जब अमीर और गरीब के बीच की दूरी खत्म हो जाए. इस कोरोना में मैं इस देवी मंदिर में यह भी प्रार्थना करती हूं कि यह धरती कोरोना से मुक्त हो जाए. वहीं उमा भारती ने किसान आंदोलन को लेकर कहा कि मेरी किसानों से प्रार्थना है कि आप सरकार के प्रस्ताव को मान ले.