बांदा: जिले में एक आईएएस अधिकारी समेत तीन लोगों पर धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया है. कमिश्नर के आदेश पर यह शहर कोतवाली में दर्ज हुआ है. दरअसल, पूरा मामला कांशीराम कॉलोनी के आवास आवंटन (Housing allotment of Kanshi Ram Colony) से जुड़ा हुआ है. यहां एक महिला की मौत के बाद उसके बेटे को वरासत के तौर पर कॉलोनी का आवंटन किया जाना था. लेकिन तीनों ने मिलकर जांच रिपोर्ट में पात्र को अपात्र कर दिया था.
पात्र को कर दिया था जांच में अपात्र:कांशीराम कॉलोनी की रहने वाली एक शकुंतला नाम की महिला को आवास आवंटित हुआ था. महिला की मौत के बाद उसके बेटे राजकुमार ने आवास में अपना दावा किया और जिला नगरीय विकास प्राधिकरण कार्यालय में प्रार्थना पत्र भी दिया. इसके बाद राजस्व विभाग की तरफ से जांच की गई तो राजकुमार को पात्र पाया गया. लेकिन जिला नगरीय विकास अभिकरण कार्यालय के कर्मचारियों ने राजस्व विभाग की जो रिपोर्ट मिली, उसमें राजकुमार को दस्तावेजों में पात्र की बजाय अपात्र लिख दिया. इसके बाद राजकुमार की पत्नी रीना ने मामले की शिकायत उच्चाधिकारियों से की थी. यहां तक कि राज्यपाल, मुख्य सचिव और सतर्कता अधिष्ठान से भी उसने शिकायत की थी.