बांदाः बुंदेलखंड में लाल सोने के लुटेरों ने एक बार फिर 3 गरीब मजदूरों की जिंदगी छीन ली है. एक बार फिर केन नदी की तलहटी बेबस मजदूरों के खून से लाल हुई है. यहां वैध मौरंग खदानों की आड़ में अवैध खनन के बाजीगरों ने जीवनदायनी कही जाने वाली केन नदी को ही गरीबों की कब्रगाह बना दिया है. ऐसा ही एक दर्दनाक हादसा जिले में शुक्रवार को सामने आया, जहां मौरंग खदान में मजदूरी कर रहे तीन युवा मजदूर रेत के टीले धंसने से जिंदा ही दफन हो गए.
सड़क पर शव रखकर लगाया जाम
हादसे की खबर मिलते ही पूरे गांव में कोहराम मच गया और सैकड़ो ग्रामीणों ने शवों को सड़क पर रखकर जाम लगा दिया. ग्रामीण मौरंग माफिया पर कार्रवाई की मांग करने लगे. मौके पर भारी पुलिस बल के साथ पहुंचे जिले के बड़े अधिकारियों ने निष्पक्ष कार्रवाई का आश्वासन दिया तब जाकर तकरीबन 8 घंटे बाद रात लगभग 2 बजे आक्रोशित ग्रामीणों ने मृतकों के शव को पुलिस को सुपुर्द किया और जाम को खत्म किया.
पैलानी क्षेत्र की एवी खदान में हुआ हादसा
पैलानी थाना क्षेत्र के एवी माइनिंग मौरंग खदान में शुक्रवार की शाम लगभग 5 बजे हादसा हुआ, जहां मौरंग खदान में ट्रैक्टर में मौरंग भरते समय अचानक टीला धंस गया जिसमें टीले की जड़ में काम कर रहे मजदूर बंटू, गजराज और रामशरण दब गए. मजदूरों की चीख सुनकर दूसरे मजदूर मौके पर पहुंचे और करीब घंटा भर की मशक्कत के बाद उन्हें निकालकर आनन-फानन में पैलानी सीएचसी पहुंचाया लेकिन तब तक तीनों की मौत हो चुकी थी.