बांदा: देहात कोतवाली क्षेत्र के भज्जू का पुरवा गांव निवासी श्याम सुन्दर की बेटी को प्रसव पीड़ा हो रही थी. परिजनों ने एम्बुलेंस को फोन किया तो चालाक ने उन्हें रोड तक आने को कह दिया. श्याम सुंदर अपनी बेटी और पत्नी के साथ सड़क पहुंचे, लेकिन एंबुलेंस नहीं आई. महिला प्रसव पीड़ा से तड़प रही थी. रास्ते से गुजर रहे उपनिरीक्षक रोशन कुमार की नजर उन पर पड़ी और उन्होंने महिला को बिना देरी किए अपनी गाड़ी में बैठाया. हालांकि इस दौरान महिला ने गाड़ी में ही बच्चे को जन्म दे दिया.
पुलिस ने की प्रसूता की मदद. इसे भी पढ़ें -बरेली: जलती चिता से पुलिस ने निकलवाया अधजला शव, दहेज हत्या का मामला
पुलिसकर्मी बना मसीहा-
- मामला देहात कोतवाली क्षेत्र के गुरेह गांव के पास का है.
- यहां सड़क किनारे एक महिला प्रसव पीड़ा से तड़प रही थी.
- परिजनों ने एंबुलेंस को फोन किया, लेकिन वह नहीं आई.
- तभी मटौंध थाने में तैनात उपनिरीक्षक रोशन कुमार की नजर महिला पर पड़ी.
- रोशन कुमार ने महिला को बिना देरी किए अपनी गाड़ी में बैठा लिया.
- महिला ने गाड़ी में ही बच्चे को जन्म दे दिया.
- उपनिरीक्षक रोशन कुमार महिला को अस्पताल ले गए और वहां उसे भर्ती कराया.
मैं चित्रकूट से लौट रहा था तभी रास्ते में एम्बुलेंस के इंतजार में एक महिला और उसके परिजन बैठे दिखाई दिए. एक सिपाही ने मुझे बताया कि महिला को प्रसव पीड़ा हो रही है, जिस पर मैंने इन्हें अपनी गाड़ी में अस्पताल ले जाने के लिए बैठा लिया. महिला ने गाड़ी में ही बच्चे को जन्म दे दिया. जच्चा और बच्चा दोनों स्वस्थ हैं.
-रोशन कुमार, उपनिरीक्षक