बांदा:जिले के मटौंध थाना क्षेत्र में एक किशोरी के साथ दुष्कर्म की वारदात को अंजाम दिया गया. वहीं इसकी शिकायत लेकर थाने पहुंची पीड़िता और उसकी मां को पुलिस की दुत्कार भी सुननी पड़ी. आरोप है कि पुलिस ने कार्रवाई करने के बजाय पीड़िता से सबूत मांगे और उसे ही गवाह पेश करने का आदेश देते हुए थाने से भगा दिया. हालांकि बाद में पुलिस ने अपनी किरकिरी से बचने के लिए आनन-फानन में आरोपी के खिलाफ मामला तो दर्ज कर लिया, लेकिन कोई गिरफ्तारी नहीं की.
बांदा: दुष्कर्म की शिकायत लेकर थाने पहुंची पीड़िता से पुलिस ने मांगा सबूत - दुष्कर्म पीड़िता से पुलिस ने मांगा सबूत
उत्तर प्रदेश के बांदा जिले में शिकायत लेकर थाने पहुंची दुष्कर्म पीड़िता का पुलिस ने मुकदमा दर्ज करने के बजाय उससे सबूत मांगा. इतना ही नहीं पुलिस ने दो गवाहों की मांग करते हुए पीड़िता को थाने से भगा दिया.
मटौंध थाना क्षेत्र में 23 सितंबर की देर शाम 15 वर्षीय नाबालिग किशोरी के साथ एक युवक ने दुष्कर्म किया. दरअसल किशोरी अपने घर के अंदर बर्तन धुल रही थी. आरोप है कि इसी दौरान घर का दरवाजा खुला होने के चलते परसू नाम का एक युवक तमंचा लेकर घर में घुस गया. उसने बर्तन धुल रही नाबालिग किशोरी को जमीन पर पटक दिया और मुंह में कपड़ा भरकर उसके साथ दुष्कर्म किया. उसने किसी से शिकायत करने पर किशोरी और उसके परिवार को जान से मारने की धमकी देते हुए वहां से चला गया.
पीड़िता की मां जब घर आई तब किशोरी ने पूरी घटना की जानकारी अपनी मां को दी. इसके बाद पीड़िता और उसकी मां मटौंध थाने गए, जहां पर आरोपी के खिलाफ कार्रवाई करने के बजाए पुलिस इनसे सबूत मांगने लगी और गवाह लाने को कहकर उन्हें वहां से भगा दिया. बताया जा रहा है कि इसके पहले भी इसी युवक ने किशोरी के साथ बीती 15 जुलाई को छेड़खानी की थी और इसी मामले में जेल भी गया था. वहीं पूरे मामले को लेकर सीओ राजीव प्रताप का कहना है कि इस मामले में आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है और जांच की जा रही है. साथ ही थाने में पीड़िता से सबूत और गवाह मांगने के मामले को उन्होंने गलत बताया.