बुंदेलखंड : सालों से पाकिस्तान में कैद हैं मछुआरे, मौजूदा हालात देख परिवार परेशान - banda news
परिवार के भरण-पोषण के लिए बांदा से पोरबंदर गए मछुआरे पाकिस्तान की जेलों में सालों से बंद हैं. वहीं अपनों के वापस आने की राह देखते-देखते उनके परिवार वालों की आखें पथरा गई हैं. प्रशासन भी इस मुद्दे पर कड़ा रुख नहीं अपना रहा है, जिससे बंदियों के परिवारजन चिंतित हैं.
जसईपुर गांव
बांदा : बुंदेलखंड के बांदा के एक गांव के दर्जनों लोग पाकिस्तान में कैद हैं और देश में मौजूदा हालात को देखकर परिजन परेशान हैं कि पाकिस्तान उनके अपनों के साथ कैसा बर्ताव करेगा. उनके परिजन अपनों की आने की राह देख रहे हैं लेकिन कोई ठोस कार्रवाई न होने से लोग परेशान हैं कि आखिर कब तक उनके अपने घर वापस आयेंगे.
बांदा के तिंदवारी थाना क्षेत्र के जसईपुर गांव के दर्जनों लोग पाकिस्तान की कैद में हैं. पिछले महीने भी एक युवक जिसका नाम रोहित है उसे पाकिस्तानी कोस्टगार्डों ने गिरफ्तार कर लिया. जसईपुर गांव के ज्यादातर लोग मछली पकड़ने का काम करते हैं और रोजगार की तलाश में गुजरात पलायन करते हैं. वहां मछली कारोबारियों के यहां काम कर अपने परिवार का पेट भरते हैं.
मछली पकड़ना ही उनकी नौकरी है, लेकिन यह नौकरी अब उनके लिए मुसीबत बन चुकी है, क्योंकि पिछले 2 सालों में इस गांव के लगभग एक दर्जन लोग गुजरात के ओखा बंदरगाह से समुद्र में मछली पकड़ने निकले और समुद्र में रास्ता भूलकर पाकिस्तान की सरहद में चले गए. इसी दौरान पाकिस्तानी कोस्टगार्डों ने उन्हें पकड़ लिया और तब से यह लोग पाकिस्तान की जेल में पड़े हैं.
मौजूदा हालात को देखकर परिजन डरे हुए हैं. उनका कहना है कि इस समय जो हालात हैं उसे देखकर ऐसा लगता है कि कहीं उनके साथ कोई अनहोनी न हो जाए. सरकार भी इनको छुड़ाने के लिए जिस तरह का प्रयास करना चाहिए नहीं कर रही है. इसके चलते यह लोग सालों से पाकिस्तान में कैद हैं और उनके परिजन अपने बच्चों की वापसी की राह देख रहे हैं.