बांदा:बुंदेलखंड में इन दिनों कड़ाके की ठंड पड़ रही है और आलम यह है कि पिछले 2 दिनों से बांदा का तापमान 3 डिग्री तक जा पहुंचा है. इससे जनजीवन अस्त व्यस्त हैं. ऐसे में जहां लोग अपने घरों से बाहर निकलने से बच रहे हैं और ठंड से बचने के लिए तरह-तरह के उपाय कर रहे हैं. वहीं बुंदेलखंड का किसान जान हथेली पर रखकर खुले आसमान के नीचे दिन और रात काटने को मजबूर हैं.
भीषण ठंड में किसान खुले आसमान के नीचे दिन-रात काटने को मजबूर.
अन्ना जानवरों से हैं परेशान
बुंदेलखंड का किसान खुले आसमान के नीचे रहने को मजबूर हैं कारण यह है कि अन्ना जानवर किसानों के लिए अभिशाप बने हुए हैं. क्योंकि अन्ना जानवर किसानों की फसलों को खाकर नष्ट कर रहे हैं, जो कि किसानों के लिए सबसे बड़ी समस्या है. इसलिए साल भर के लिए रोजी-रोटी की व्यवस्था हो जाए.
रोजी-रोटी के लिए जद्दोजहद
रोजी-रोटी की जद्दोजहद में यहां का किसान जुटा है. किसान दिन रात अन्ना जानवरों से अपनी फसलों को बचाने के लिए खेतों में खुले आसमान के नीचे रहने को मजबूर है. हर साल बुंदेलखंड में ठंड से कई किसानों की मौत भी हो जाती है.
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फसलों को बचाने के लिए करते हैं रखवाली
किसानों ने बताया कि यहां पर अन्ना जानवर इतना है कि उनकी फसलों को बर्बाद कर रहे हैं. अगर वह फसलों की रखवाली न करें तो साल भर के लिए पेट भरने के लिए भी भोजन नहीं जुटा पाएंगे. किसानों ने बताया कि ठंड से बचने के लिए वे थोड़े बहुत कपड़े या फिर रात में आग जलाकर ठंड से बचने की जद्दोजहद में जुटे रहते हैं और फसलों की रखवाली करते हैं.