बांदा:वैसे तो देश में महिलाएं घरेलू हिंसा और दहेज उत्पीड़न जैसे मामलों का शिकार होती हैं, लेकिन कभी-कभी मामला इसके उल्ट भी हो जाता है. बांदा जिले से एक ऐसा ही मामला सामने आया है. इसमें बहू द्वारा प्रताड़ित किए जाने का आरोप लगाते हुए एक परिवार के लोग अनशन पर बैठ गए हैं. आरोप है कि उनकी बहू उन्हें फर्जी मुकदमों में फंसाने की धमकी दे रही है और उन्हें घर से निकाल दिया है. इस कारण परिवार के लोग अगस्त से घर से बाहर रहकर इधर-उधर भटकने को मजबूर हैं. वहीं, पुलिस और प्रशासन के अधिकारी भी इस मामले में कोई सुनवाई नहीं कर रहे हैं.
बहू से परेशान परिवार के लोग बैठे अनशन पर
बांदा में रहने वाला एक परिवार घरेलू हिंसा का शिकार हो गया है. इतना ही नहीं परिवारवालों को घरेलू हिंसा के कारण अपना घर भी छोड़ना पड़ गया. परिजनों ने इसकी शिकायत पुलिस में की है.
अशोक लाट तिराहे पर अनशन पर बैठे परिजन
अतर्रा थाना क्षेत्र के लोधौरा गांव के रहने वाले अवधेश तिवारी अपने बेटे कृष्ण कुमार और पत्नी के साथ शहर के अशोक लाट तिराहे पर अनशन पर बैठ गए हैं. उनका आरोप है कि उनकी बहू रीता तिवारी द्वारा इन्हें प्रताड़ित किया जा रहा है. फर्जी मुकदमों में फंसाने की धमकी दी जा रही है. उनकी बहू ने उन्हें अगस्त महीने से घर से निकाल दिया है और तब से यह लोग कभी रिश्तेदारों के यहां तो कभी अन्य करीबियों के यहां रहकर गुजर-बसर कर रहे हैं.
अधिकारी नहीं कर रहे सुनवाई
अनशन पर बैठे अवधेश तिवारी ने बताया कि उनकी बहू रीता तिवारी ने अगस्त में ही हमें घर से निकाल दिया है. उसने गाली-गलौज देकर यह धमकी दी थी कि मैं तुम्हें छेड़खानी और बलात्कार जैसे मामलों में फंसा दूंगी. इसको लेकर हम घर छोड़कर बाहर चले आए और तब से अपने रिश्तेदारों के यहां रहकर किसी तरह गुजर-बसर करते हैं. इस संबंध में हमने अधिकारियों से भी फरियाद लगाई है, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई है. खेत में होने वाली फसल को भी मेरे भाई की पत्नी ने जबरन ले लिया है. हमारी मांग है कि हमारी जो फसल है उसका अनाज हमको मिले और घर में भी हमें रहने दिया जाए. इसके पहले हमने उसके बच्चों के नाम पहले से ही जमीन लिख दी है. उस जमीन से मेरी बहू ने 10 बीघे जमीन बेच ली है और अब मेरी जमीन को भी वह हथियाना चाहती है.
कार्रवाई की कर रहे मांग
अनशन पर बैठे कृष्ण कुमार ने बताया कि 2019 में मेरे बड़े भाई की मौत हो गई थी. मेरी भाभी रीता तिवारी ने मेरे भाई पर दहेज उत्पीड़न का मुकदमा दर्ज कराया था और वह अपने मायके में रह रही थी. इससे अवसाद में आकर 2019 में मेरे भाई की मौत हो गई. वहीं, अब भाई की मौत के बाद भाभी द्वारा हमें परेशान किया जा रहा है और हमें गलत मुकदमों में फंसाने की धमकी दी जा रही है.