बांदा: बुंदेलखण्ड में जून के महीने में जितनी वर्षा होनी चाहिए थी, उतनी वर्षा न होने के कारण यहां के किसान बहुत परेशान है. कम वर्षा से इस बार खरीफ की पैदावार प्रभावित होने के आसार हैं, जिससे किसानों के ऊपर संकट मंडरा रहा है. बांदा में जून के महीने में सामान्यता 120 मिलीमीटर वर्षा होती है, लेकिन इस बार सिर्फ 6.5 मिलीमीटर वर्षा हुई है.
जल संकट गहराने से किसान हुए परेशान. कम वर्षा से किसान परेशान
- किसान खरीफ में बोई जाने वाली फसलों की बुआई नहीं कर पा रहे हैं.
- कृषि वैज्ञानिक किसानों को कम पानी वाली प्रजातियों को बोने की सलाह दे रहे हैं.
- बांदा में 120 मिलीमीटर वर्षा के सापेक्ष इस बार सिर्फ 6.5 मिलीमीटर बारिश हुई है.
- किसानों का खेती-किसानी ही एकमात्र पेट पालने का का साधन है.
यहां पर कोई रोजगार नहीं है, सिर्फ खेती-किसानी ही एकमात्र पेट पालने का जरिया है. इस बार बारिश न होने के चलते हम सब खरीफ में बोई जाने वाली फसलों की बुआई नहीं कर पाए, जिससे बहुत परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
ग्रामीण किसान, बुंदेलखंड
यहां बारिश कम हुई है, लेकिन अगर किसान खरीफ में बोई जाने वाली फसलों में ऐसी प्रजातियां की बुवाई करें, जिसमें पानी कम लगता है तो बहुत हद तक किसान संकट से उबर सकते हैं. हमारी कृषि बीज भंडारों में ऐसी प्रजातियां मौजूद हैं, जो इस क्षेत्र और इस सीजन के लिए अनुकूलित हैं. किसान वहां जाकर बीज खरीद सकते हैं, जिसमें सरकार की तरफ से उन्हें अनुदान भी दिया जाएगा.
डॉ. प्रमोद कुमार, जिला कृषि अधिकारी