बांदा:यूपी के बांदा का एक युवक पाकिस्तान की जेल से 12 साल बाद रिहा हो गया. 12 साल पहले काम की तलाश में युवक राम बहादुर घर से बिना बताए निकल गया था. उसके बाद परिजनों ने उसकी बहुत खोजबीन की, लेकिन उसका कहीं पता नहीं चला, लेकिन अब 12 साल बाद जैसे ही परिजनों को उसके आने की खबर मिली तो खुशी का ठिकाना नहीं रहा. अब परिवार बड़े बेसब्री से उसके आने का इंतजार कर रहे हैं. फिलहाल रामबहादुर अभी अमृतसर में है. जिसे मेडिकल जांच के लिए रखा गया है. पाकिस्तान की जेल में यह किस आरोप में बंद था इसके बारे में तो फिलहाल जानकारी नहीं मिल सकी है. लेकिन विदेश मंत्रालय ने पुलिस प्रशासन से जब इस युवक के बारे में जानकारी ली तब इस युवक के बारे में पता चला.
पचोखर गांव के रहने वाले गिल्ला का बड़ा बेटा रामबहादुर 12 साल पहले साइकिल लेकर गांव से निकला था और उसके बाद उसका कहीं कोई पता नहीं चला. मां-पिता ने उसको ढूंढने की हर मुमकिन कोशिश की और जब उसका सुराग कहीं से भी नहीं मिला तो हताश होकर घर बैठ गए.
बेटे की गुमशुदगी ने मां-बाप को बुरी तरह तोड़ दिया
अपने 30 साल के जवान बेटे की गुमुशुदगी ने मां-बाप को बुरी तरह तोड़ दिया, आर्थिक स्थिति बेहद खराब होने के चलते बांदा के बाहर यह दंपति भाग दौड़ भी न कर सके और अपने बेटे को मृत मान कर दिल पर पत्थर रखकर बैठे गए, लेकिन ऐसी कहावत है कि हर रात के बाद सबेरा होता है और आखिर कार इन बुजुर्ग दंपति का सबेरा आ ही गया. जब पुलिस प्रशासन के लोग तफ्तीश करते हुए उनके गांव पहुंचे और उसके बाद उन्हें राम बहादुर के बारे में बताया. पुलिस ने बताया कि इनका बेटा 12 साल पहले पाकिस्तान पहुंच गया था.