बांदा : जिला अस्पताल में संचालित आयुष अस्पताल में एक भी फार्मासिस्ट न होने से मरीजों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है, वहीं डॉक्टरों को भी परेशानियां उठानी पड़ रही हैं. फार्मासिस्ट की नियुक्ति को लेकर चिकित्सकों ने कई बार शासन-प्रशासन को पत्र भी लिखें, लेकिन नियुक्ति नहीं हो सकी.
बिना फार्मासिस्ट के चल रहा आयुष अस्पताल, प्रशासन नहीं ले रहा सुध
बांदा जिला अस्पताल में रोजाना 200 मरीजों की ओपीडी है, लेकिन यहां आने वाले मरीज फार्मासिस्ट के न होने के चलते अस्पताल में इधर-उधर भटकने को मजबूर हैं.
बुंदेलखंड के बांदा जिला अस्पताल में एक आयुष अस्पताल संचालित है. यहां पर रोजाना 200 मरीजों की ओपीडी है, लेकिन यहां आने वाले मरीज फार्मासिस्ट के न होने के चलते अस्पताल में इधर-उधर भटकने को मजबूर हैं. इतना ही नहीं यहां दवाइयां वितरित करने के लिए भी कोई नहीं है. मजबूरन मरीजों को बाहर से दवाइयां लेनी पड़ रही हैं.
जिला अस्पताल के चिकित्सक ने बताया कि यहां पर एक फार्मासिस्ट थी, जिनका अभी कुछ दिन पहले स्थानांतरण हो गया और उनके जाने के बाद यहां पर कोई भी फार्मासिस्ट नहीं है. इसको लेकर उच्च अधिकारियों को भी अवगत कराया, लेकिन अभी तक कोई नियुक्ति नहीं की गई है.