बांदाः जिले में रोडवेज के क्षेत्रीय प्रबंधक (आरएम) को मंगलवार को एंटी करप्शन की टीम ने रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है. एंटी करप्शन टीम ने आरएम के खिलाफ कोतवाली में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मुकदमा भी दर्ज कराया गया है. बांदा रोडवेज के ही एक वरिष्ठ लिपिक ने एंटी करप्शन टीम को लिखित तौर से क्षेत्रीय प्रबंधक द्वारा काम के एवज में रिश्वत मांगने को लेकर शिकायत की थी. इसके बाद एंटी करप्शन की टीम ने रोडवेज कार्यालय में आकर आरएम को गिरफ्तार किया.
कार्यालय के अंदर ही आरएम ले रहे थे रिश्वत
बांदा रोडवेज कार्यालय में तैनात वरिष्ठ लिपिक आरके वर्मा से क्षेत्रीय महाप्रबंधक ने वेतन विसंगति ठीक करने के लिए 15 हजार रुपये की मांग कर रहे थे. वरिष्ठ कर्मचारी के आग्रह पर संजीव अग्रवाल ने 10 हजार रुपये में काम करने की बात पर राजी हो गए. आरएम ने लिपिक से 24 नंवबर को पैसे देने पर काम करने की बात कही थी. वरिष्ठ लिपिक आरके वर्मा ने इसकी लिखित शिकायत झांसी कार्यालय में एंटी करप्शन को दे दी. शिकायत के अनुसार एंटी करप्शन की टीम मंगलवार को बांदा पहुंच गई और वरिष्ठ लिपिक को नोटो में टीटेड पाउडर लगाकर दे दिया. पाउडर लगे रुपये रोडवेज कार्यालय में ही वरिष्ठ लिपिक ने आरएम को दे दिए. जैसे ही लिपिक ने आरएम को पैसे दिए, एंटी करप्शन की टीम ने उन्हें रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया. इसके बाद एंटी करप्शन की टीम क्षेत्रीय प्रबंधक संजीव अग्रवाल को अपने साथ शहर कोतवाली लेकर गई. यहां पर एंटी करप्शन की टीम ने कोतवाली में धारा 7 भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत आरएम के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया.