बलरामपुर: जिले में हुई दलित छात्रा के साथ सामूहिक दुष्कर्म और मौत की वारदात के बाद परिजनों और लोगों का गुस्सा चरम पर है. इस मामले में पुलिस ने अब तक चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. वहीं कई लोगों से पूछताछ की जा रही है. वहीं पीड़ित परिजन लगातार पुलिसिया कार्रवाई पर सवाल खड़े कर रहे हैं. परिजनों का आरोप है कि पुलिस मुख्य आरोपी शाहिद और उसके भतीजे साहिल को गिरफ्तार करने के बाद से शिथिलता बरत रही है.
पीड़िता की मां का कहना है कि यदि उनकी बेटी को जल्द से जल्द न्याय नहीं मिलता है तो वह सैकडों महिलाओं के साथ जाकर आरोपियों के घर में आग लगा देंगी. इसके बाद खुद भी चौराहे पर खड़ी होकर आत्मदाह कर लेंगी. पीड़ित पक्ष का आरोप है कि उन्होंने अपनी बेटी खो दी और इसके बाद न्याय के लिए दर-दर भटके. परिजनों ने आरोप लगाया है कि स्थानीय कोतवाली से पर्याप्त मदद नहीं मिल पा रही है. महज दो लोगों को पुलिस ने अब तक गिरफ्तार किया है, जो कहीं से भी सही नहीं लग रहा है. स्थानीय पुलिस आरोपियों से पैसे लेकर मामले को दबाने की कोशिश में लगी है.