बलरामपुर: बलरामपुर जिले के देहात कोतवाली क्षेत्र में 12/13 फरवरी 2019 की रात में एक लड़की के साथ गैंगरेप किया गया. मामले में एफआईआर भी दर्ज की गई लेकिन अभी तक इस मामले में पुलिस सभी आरोपियों को गिरफ्तार तक नहीं कर सकी. बाहर घूम रहे आरोपी केस को खत्म करने के लिए लड़की और उसके परिवार को डरा-धमका रहे हैं. आरोप है कि लड़की, जो कि एक अस्पताल में संविदा पर नौकरी कर रही थी, उससे उसकी नौकरी भी छीन ली गई. नौकरी छीनने वालों ने ऐसा खेल रचा कि लड़की किसी तरह सुलह पर मजबूर हो जाए लेकिन लड़की ने हार नहीं मानी. उसने राज्य महिला आयोग में पत्र भेजा और इस मामले की नए सिरे से जांच की मांग की. अब राज्य महिला आयोग ने पूरे मामले को संज्ञान में लेते हुए नए सिरे से जांच कर आख्या प्रेषित करने का आदेश पुलिस अधीक्षक को दिया है.
इंसाफ के लिए डेढ़ साल से भटक रही गैंगरेप पीड़िता, महिला आयोग ने मामले पर लिया संज्ञान
बलरामपुर जिले के देहात कोतवाली क्षेत्र में 12/13 फरवरी 2019 की रात में एक लड़की के साथ गैंगरेप किया गया. एफआईआर भी दर्ज की गई, लेकिन अभी तक इस मामले में पुलिस सभी आरोपियों को गिरफ्तार तक नहीं कर सकी.
पीड़िता के अनुसार बताया गया था कि इस वारदात को अंजाम देने के लिए दूध में नशीला पदार्थ मिलाकर उसे पिलाया गया था और अस्पताल में ही काम करने वाले एक शख्स के कमरे में रोककर रखा था. पीड़िता ने इस घटना के बाद सीएमओ की भी कार्यशैली पर सवाल खड़े किए हैं. पीड़िता का कहना है कि अब उसके सामने रोजी रोटी का संकट आ गया है. डेढ़ साल पहले हुए उस गैंगरेप के मामले पर बात करते हुए राज्य महिला आयोग की सदस्य सुनीता बंसल कहती हैं कि पीड़िता लगातार एक साल से न्याय पाने के लिए दर-दर भटक रही है. वह कहती हैं कि इस मुकदमे के बाबत पीड़िता ने राज्य महिला आयोग के समक्ष एक शिकायती पत्र प्रेषित किया, जिसके साथ उसने घटना के साक्ष्य भी लगाए थे. इस शिकायती पत्र का संज्ञान लेते हुए आयोग ने पुलिस अधीक्षक बलरामपुर से कहा है कि पीड़िता का पुनः बयान लेकर प्रगति रिपोर्ट पेश करें. सुनीता बंसल ने कहा कि इस मुकदमे की पुनः विवेचना के बाद जो रिपोर्ट आती है, उसके बाद दोषियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा.
इस मामले में पुलिस अधीक्षक देव रंजन वर्मा बताते हैं कि राज्य महिला आयोग द्वारा एक जांच मुझे सौंपी गई है. इस मामले की जांच और पुनः विवेचना के लिए सीओ सिटी को जांच सौंपी गई है. जांच के बाद जो भी तथ्य सामने आएंगे. उसके आधार पर उचित कार्रवाई की जाएगी.