बलरामपुर:सूबे के जलशक्ति मंत्री डॉ महेंद्र सिंह जिले के एक दिवसीय दौरे पर पहुंचे. इस दौरान उन्होंने बेल्हा-चरनगहिया नोज और बांध का दौरा किया. यहां पर उन्होंने सिंचाई विभाग और बाढ़ नियंत्रण विभाग द्वारा किए जा रहे कामों का निरीक्षण किया. इसके साथ ही उन्होंने लोगों को भरोसा दिलाया कि बाढ़ के समय जिला प्रशासन और उत्तर प्रदेश सरकार किसी भी तरह की समस्या आम लोगों के साथ नहीं आने देगी. वहीं उनके जाने के बाद ही बेल्हा और चरनगहिया ग्राम सभा की गुस्साई भीड़ ने मीडिया के सामने अधिकारियों और जलशक्ति मंत्री के दावों की पोल खोल दी.
'राप्ती नदी के कटान से बड़े पैमाने पर होगा खतरा'
ग्रामीणों ने कहा कि तकरीबन 6 करोड़ रुपये लगाकर जिस तरह से इस बांध की रिपेयरिंग की जा रही है, उससे कुछ फायदा नहीं होने वाले है. राप्ती नदी के कटान के कारण गांव में पानी भर सकता है. इनके नोज और जियो ट्यूब अभी से नीचे से मिट्टी छोड़ चुके हैं.
बाढ़ खंड द्वारा की गई कवायद बिलकुल मुफीद साबित होती नहीं दिख रही है. यहां पर ठेकेदार जब 100 बोरी डालते हैं तो उसे 10,000 बोरी बालू दिखाने की कोशिश करते हैं. कटान से बेल्हा मोड़ से लेकर बिस्कोहर बाजार तक के लोगों को खतरा है. अगर राप्ती नदी का कटान शुरू रहा तो बड़े पैमाने पर गांव में धन-जन हानि होगी.