बलरामपुर: वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के संकट से देश जूझ रहा है. देश में जारी लॉकडाउन के चलते गरीबों, असहायों को मदद पहुंचाने और उन्हें भूख से बचाने के उद्देश्य से जिले में कई सामाजिक संस्थाएं आगे आई हैं. असहायों को भोजन और खाद्य सामग्री उपलब्ध कराई जा रही है. इतना ही नहीं कई संस्थाएं मास्क और सैनिटाइजर बांट कर लोगों को कोरोना वायरस के बारे में जागरूक करने में भी जुटी हुई हैं.
प्रशासन कर रहा लोगों की मदद
जिले के उतरौला में हमीद वेलफेयर सोसाइटी के तहत डॉ. एहसान खान ने क्षेत्र के गरीब, मजदूर पेशा लोगों को भूख से बचाने के लिए उन्हें भोजन उपलब्ध कराने की शुरुआत की है. लॉकडाउन के चलते आस-पास तमाम ऐसे गरीब लोग हैं, जिन्हें इस संकट के समय में आवश्यकता है.
संस्था के जरिए लोगों को भोजन खिलाने की शुरुआत की है. डॉक्टर एहसान और उनकी टीम न सिर्फ लोगों को हजारों मॉक्स, दवाइयां, सैनिटाइजर बांट रही है, बल्कि इस जानलेवा बीमारी से बचाव के बारे में लोगों को जागरूक भी कर रही है.
उतरौला एजुकेशनल एंड वेलफेयर सोसाइटी ने भी गरीब, मजदूर पेशा लोगों को मदद के लिए राशन सामग्रियों की किट तैयार की है. इस किट मे दाल, चावल, आटा, तेल, चीनी, चाय सहित करीब 15 चीजें शामिल हैं. यहीं नहीं इमामिया ट्रस्ट ने इस जानलेवा संक्रमण से लोगों को जागरूक करने के उद्देश्य से गली, मोहल्लों मे बैनर लगाए हैं.
लॉकडाउन के दौरान ज्यादा से ज्यादा मद्द मिल सके. सरकार अपना काम तो कर ही रहीं है, लेकिन हम लोगों की भी गरीबों के प्रति कुछ जिम्मेदारी है. हमने आसाम रोड चौराहे पर काम करना शुरू किया है. अब तक करीब 1000 मास्क और सैनिटाइजर बंटवाया जा चुका है. हम गरीबों के लिए दवाइयां और फ्री में भोजन की व्यवस्था कर रहे हैं. जो हर शाम 7 से 8 बजे तक लोगों को इसी चौराहे पर दिया जाएगा.
-डॉ. एहसान, अध्यक्ष हमीद वेलफेयर सोसाइटी
15 आवश्यक वस्तुओं के साथ हमने एक पैकेट बनाया है. इसे 100 से अधिक लोगों में बांटा जा चुका है. आगे और गरीबों की मदद करने की सोच रहे हैं. यह देश और दुनिया के लिए मुश्किल समय है. हम लोग सोच रहे हैं कि ज्यादा से ज्यादा लोग आगे आएं और गरीब, मजदूरों की मदद करें.
-जेएन खान, प्रमुख उतरौला एजुकेशनल सोसायटी