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21 साल की जिला पंचायत अध्यक्ष आरती तिवारी ने बताया कैसे करेंगी क्षेत्र का विकास

बलरामपुर से जिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिए निर्विरोध चुनी गई आरती तिवारी ने ईटीवी भारत से बातचीत की. उन्होंने बताया कि उनका ध्यान जिले के विकास के साथ शिक्षा और स्वास्थ्य पर रहेगा. आरती उत्तर प्रदेश में सबसे कम उम्र की जिला पंचायत अध्यक्ष चुनी गई हैं.

आरती तिवारी.
आरती तिवारी.

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Published : Jun 27, 2021, 6:02 PM IST

Updated : Jun 27, 2021, 7:27 PM IST

बलरामपुर: उत्तर प्रदेश के बलरामपुर से जिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिए बीजेपी प्रत्याशी आरती तिवारी को निर्विरोध चुन लिया गया है. आरती के नाम की घोषणा जिले में चर्चा का विषय बनी रही. हालांकि अभी आरती के जीत की औपचारिक घोषणा अभी बाकी है. ईटीवी भारत ने जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी पर काबिज होने वाली 21 साल की आरती तिवारी से ईटीवी भारत ने बातचीत की.

आरती तिवारी की प्रोफाइल
बलरामपुर जिले की 40 जिला पंचायत सीटों में से 1 सीट चौधरीडीह वार्ड नं 17 आरती की है. यहां से जिला पंचायत सदस्य का चुनाव 8,500 मतों से जीतकर जिला पंचायत सदन पहुंचने वाली और अब जिला पंचायत अध्यक्ष बनने वाली 21 साल की आरती तिवारी को राजनीति की शुरुआती प्रेरणा उन्हें अपने पूर्व प्रधान पिता और राजनीतिक रूप से अतिसक्रिय चाचा श्याम मनोहर तिवारी से मिली. श्याम मनोहर तिवारी बीजेपी में पिछले कई वर्षों से क्रियाशील हैं.

जानकारी देती 21 साल की जिला पंचायत अध्यक्ष आरती तिवारी.

कहां से हुई पढ़ाई-लिखाई
आरती तिवारी जिले के तराई क्षेत्र के परसा गांव में रहती हैं. आरती ने ईटीवी भारत से बात करते हुए बताया कि वो पढ़ने लिखने में बहुत अच्छी हैं. उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा कस्तूरबा आवासीय विद्यालय शिवपुरा से ली है. उसके बाद उन्होंने हाईस्कूल पड़ोसी जनपद श्रावस्ती के एकघरवा से किया. उन्होंने इंटर की पढ़ाई अपने ही वार्ड चौधरीडीह के एक इंटर कॉलेज से की. इसके बाद ग्रेजुएशन की पढ़ाई के लिए वो बलरामपुर के एमएलके पीजी कॉलेज पहुंची और वहां अभी वो बीए तृतीय वर्ष की छात्रा हैं.

पिता-चाचा से मिली राजनीति में आने की प्रेरणा
आरती तिवारी ने बताया कि उनके पिता पहले प्रधान रह चुके हैं और उनके चाचा श्याम मनोहर तिवारी बीजेपी के पुराने कार्यकर्ता हैं. उन्हें देखकर ही उन्हें राजनीति में आने की प्रेरणा मिली. आरती ने बताया कि वह लोगों के लिए काम करना चाहती हैं. जिले का विकास चाहती हैं. जिसके लिए दिन-रात वे मेहनत करेंगी.

समाजवादी पार्टी द्वारा कलेक्ट्रेट परिसर के बाहर किए जा रहे हैं प्रदर्शन के सवाल पर आरती ने कहा कि मुझे नहीं पता क्यों ये लोग विरोध कर रहे हैं. जिले के लोगों ने मुझे जिला पंचायत अध्यक्ष बनाया है. जिसमें मेरी पार्टी, परिवार व वरिष्ठ नेताओं का विशेष योगदान है.

जिले का करेंगी विकास
जिला पंचायत अध्यक्ष आरती तिवारी ने बताया कि उनके यहां की सड़कें टूटी-फूटी है. पहले उसे दुरुस्त किया जाएगा. शिक्षा और स्वास्थ्य पर काम करना है. साथ ही उन्होंने युवाओं को आगे लाने और उनके बेहतर शिक्षा की व्यवस्था करने की भी बात कही.

विकास से अछूता है हमारा इलाका
आरती तिवारी ने बताया कि उनका इलाका आजादी के बाद से ही विकास के पायदानों से अछूता रह गया था. बीजेपी की सरकार आने के बाद जिले में कुछ काम हुआ, लेकिन अभी बहुत सारे काम करने बाकी हैं.

प्रेरणास्रोत हैं चाचा श्याम मनोहर तिवारी
आरती तिवारी के चाचा श्याम मनोहर तिवारी बीजेपी के पुराने कार्यकर्ता हैं. इनका संघर्ष और मेहनत का ही नतीजा है कि आज आरती इतनी कम उम्र में इतने बड़े ओहदे (जिला पंचायत अध्यक्ष) तक पहुंची है. श्याम मनोहर तिवारी ने बताया कि भारतीय जनता पार्टी का नारा है, 'बेटी बढाओ, बेटी पढ़ाओ, बेटी बचाओ' और चूंकि जिला पंचायत अध्यक्ष की सीट महिला आरक्षित थी. इसलिए आरती को आगे लाया गया. जिससे और भी बेटियां इन्हें देख कर शिक्षा ले और आगे बढ़े. यह जिले के लिए एक उदाहरण जैसा है. इनसे अनेक को प्रेरणा मिलेगी.

आरती तिवारी अपने चाचा के साथ.

उन्होंने बताया कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय का वो सपना साकार हो रहा है, जो उन्होंने कभी देखा था कि पंक्ति के अंतिम व्यक्ति हर सुविधा मिले लाभ मिले. ऐसा सिर्फ भारतीय जनता पार्टी में ही संभव है.

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Last Updated : Jun 27, 2021, 7:27 PM IST

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