बलरामपुर: जिले में भारत-नेपाल की अंतरराष्ट्रीय सीमा पर भव्य प्रवेश द्वार बनाए जाने की योजना को सरकार ने मंजूरी दे दी है. यह भव्य प्रवेश द्वार भारत-नेपाल सीमा के कोयलावास पर बनाया जाएगा. अंतरराष्ट्रीय सीमा पर भव्य प्रवेश द्वार बनाए जाने के लिए गए गैसड़ी क्षेत्र के बीजेपी विधायक शैलेश कुमार सिंह शैलू ने योजना यूपी सरकार को भेजी थी.
सरकार ने दी मंजूरी
सरकार ने इस योजना को स्वीकृति प्रदान कर दी है. इंटरस्टेट कनेक्टिविटी योजना के अंतर्गत देश की अंतरराष्ट्रीय सीमा पर गेट के निर्माण और प्रकाश व्यवस्था के लिए 1 करोड़ 61 लाख रुपये का आगणन किया गया है. लोक निर्माण विभाग देवीपाटन क्षेत्र गोंडा के मुख्य अभियंता शशि भूषण ने आगणन की प्रशासनिक व वित्तीय स्वीकृति के लिए प्रमुख अभियंता लोक निर्माण विभाग लखनऊ को पत्र प्रेषित किया है. वित्तीय स्वीकृति मिलते ही यहां कार्य प्रारंभ कर दिया जाएगा.
नेपाल बॉर्डर पर बनेगा भव्य प्रवेश द्वार
भव्य प्रवेश द्वार बनाए जाने की योजना पर मीडिया से बात करते हुए गैसड़ी विधानसभा क्षेत्र से विधायक शैलेंद्र कुमार सिंह शैलू ने कहा कि भारत नेपाल का संबंध वास्तव में बहुत ही प्रगाढ़ रहा है. फिर भी तमाम तरह की अनैतिक गतिविधियां होती रहती हैं जैसे लकड़ी चोरी, अवैध खनन, तस्करी.
नेपाल बॉर्डर पर बनेगा भव्य प्रवेश द्वार. इस बॉर्डर की सुरक्षा को बढ़ाने के लिए तमाम तरह के प्रयास सरकार करती रही है. इसी के तहत इस वित्तीय वर्ष की कार्य योजना में नेपाल के कोलाबा स्थित बॉर्डर पर भव्य प्रवेश द्वार बनाए जाने की योजना है. इस प्रवेश द्वार को भव्यता के साथ-साथ बॉर्डर की सुरक्षा के लिहाज से भी बेहतर बनाए जाने की योजना पर काम किया जाएगा.
उन्होंने कहा कि गैसड़ी विधानसभा क्षेत्र का तकरीबन 53 किलोमीटर का एरिया भारत-नेपाल की सीमा के अंतर्गत आता है. यहां पर अनैतिक गतिविधियों को रोकने के लिए सुरक्षा के लिए जरूरी इंतजाम भी धीरे-धीरे बढ़ाए जाएंगे. उन्होंने कहा कि सीमा पर लगातार चौकसी बढ़ाने के लिए तमाम तरह की कार्य योजना को धीरे-धीरे गति प्रदान की जा रही है.
इसे भी पढ़ें:-लखनऊ: बलरामपुर अस्पताल की न्यू बिल्डिंग में महिलाओं के लिए बनाया गया शौचालय