बलरामपुर : बलरामपुर जिला अति महत्वाकांक्षी जिलों की श्रेणी में आता है. यहां पर विकास की तमाम इन संभावनाओं की जांच और मॉनिटरिंग खुद केंद्र और राज्य सरकारें नीति आयोग के साथ मिलकर कर रही हैं, लेकिन यहां पर सिंचाई की कोई उचित व्यवस्था नहीं की गई है. इस कारण किसान बड़ी मुशिकल से खेती कर पाते हैं.
किसानों को नहीं मिल रही सिंचाई की व्यवस्था, बंजर हो रहे हजारों हेक्टेयर खेत - balrampur
यहां सरयू नहर और राप्ती नहर परियोजना पर तकरीबन 40 साल से काम चल रहा है. कई बांधों का निर्माण भी कराया गया, लेकिन उन बांधों से भी पानी खेतों तक नहीं पहुंचा है. इससे किसान परेशान हैं.
गैसड़ी और पचपेड़वा के लगभग 70 गांवों में आज तक सिंचाई की कोई व्यवस्था नहीं है. यहां पर किसानों को बमुश्किल एक फसल का लाभ ही मिल पाता है, जबकि अगर सिंचाई की सुविधा उपलब्ध हो जाए तो रवि और खरीफ दोनों फसलों में बराबर उत्पादन किया जा सकता है.
आज़मडीह के किसान कहते हैं कि बगल में कोहरगड्डी बांध बना हुआ है. जहां से सिंचाई की व्यवस्था अगर सरकार चाहे तो करवा सकती है, लेकिन पानी न मिल पाने के कारण हम केवल बरसात के मौसम में ही खेती कर पाते हैं. रवि की फसल में हमें किसी तरह का कोई लाभ नहीं मिल पाता है.