बलरामपुर: देश भर में अपराध पीड़ित महिलाओं को त्वरित सहायता दिलाने के उद्देश्य से वन स्टॉप सेंटर का निर्माण निर्भया फंड के जरिए किया जाना है. बलरामपुर जनपद में देवीपाटन मंडल का पहला आधुनिक सुविधाओं से लैस वन स्टॉप सेंटर या सखी सेंटर को संयुक्त जिला चिकित्सालय में संचालित किया जाना है. इसका उद्घाटन देवीपाटन मंडल के पुलिस उप महानिरीक्षक डॉ. राकेश कुमार सिंह ने एसपी देवरंजन वर्मा और एएसपी अरविंद मिश्र के साथ किया.
बलरामपुर: सभी सुविधाओं से लैस वन स्टॉप सेंटर का डीआईजी ने किया उद्घाटन
उत्तर प्रदेश के बलरामपुर जिले में डीआईजी ने वन स्टॉप सेंटर का उद्घाटन किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि इससे पीड़ित महिलाओं को एक ही छत के नीचे न्याय मिल सकेगा.
महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा दुष्कर्म, छेड़खानी, घरेलू हिंसा जैसे अन्य अपराधों से पीड़ित महिलाओं को एक छत के नीचे न्याय दिलाने के लिए वन स्टॉप सेंटर बनाने की मुहिम शुरू की गई. बलरामपुर जिले में भी साल 2017-18 में फंड देकर सखी सेंटर यानी वन स्टॉप सेंटर की शुरुआत हुई, लेकिन किराए के भवन में चल रहे सखी सेंटर में सुविधाओं की कमी थी. जिले के कप्तान देव रंजन वर्मा ने इसकी तस्वीर बदलने की सोची और अब संयुक्त जिला चिकित्सालय के नर्सेस हॉस्टल में 12 बेड का एक सखी सेंटर पूरी सुविधाओं के साथ काम करना शुरू कर चुका है. इसका उद्घाटन रविवार को संयुक्त जिला चिकित्सालय में पुलिस उप महानिरीक्षक डॉ. राकेश कुमार सिंह ने किया.
इस मौके पर डीआईजी डॉ. राकेश सिंह ने बताया कि प्रदेश सरकार की मंशा के अनुरूप महिलाओं को तमाम तरह की सहायता एक ही स्थान पर देने के उद्देश्य से वन स्टॉप सेंटर की स्थापना कराई जा रही है. बलरामपुर में अपने नए कलेवर में शासन की मंशा अनुसार देवीपाटन मंडल का यह पहला वन स्टॉप सेंटर होगा, जिसका शुभारंभ आज किया गया. उन्होंने आशा व्यक्त करते हुए कहा कि वन स्टॉप सेंटर के संचालित हो जाने से अब तमाम तरह से अपराध, पीड़ित व शोषित महिलाओं को एक ही स्थान पर न्याय तथा आश्रय मिल सकेगा. हालांकि अभी वन स्टॉप सेंटर का मुख्य भवन निर्माणाधीन है, तब तक जिला चिकित्सालय की एक बिल्डिंग में वन स्टॉप सेंटर संचालित किया जा रहा है