बलरामपुर: जिले के गैंसडी क्षेत्र में हुई गैंगरेप की वारदात में मृतका की मौत के बाद उसके परिजनों से मिलने के लिए राजनीतिक पार्टियों का जमावड़ा लगा हुआ है. घटना का संज्ञान लेकर कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी के निर्देश पर 8 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल पीड़ित परिवार से मिलने पहुंचा.
बलरामपुर गैंगरेप कांड: पीड़ित परिवार से मिला कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल
बलरामपुर गैंगरेप कांड के बाद मृतका के परिजनों से मिलने कांग्रेस का प्रतिनिधिमंडल उनके घर पहुंचा. प्रतिनिधिमंडल ने पीड़ित परिवार से मुलाकात कर उन्हें हरसंभव न्याय दिलाने का भरोसा दिया.
प्रतिनिधिमंडल की अगुवाई कर रहीं विधानमंडल दल की नेता आराधना मिश्रा 'मोना' के साथ तनुज पुनिया और अन्य सदस्यों ने पीड़ित परिवार से मुलाकात कर न्याय का भरोसा दिलाया. प्रतिनिधिमंडल ने पीड़ित परिवार को आर्थिक मदद भी दी. इसके साथ ही पीड़ित परिवार की लड़ाई हर स्तर तक लड़ने की बात कही.नेता विधनामण्डल दल आराधना मिश्रा ने प्रदेश सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि मौजूदा भाजपा सरकार ने नारा दिया था कि 'बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ' आज अगर कोई सबसे ज्यादा पीड़ित हो रहा है तो वह हैं यूपी की बेटियां. उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि बलरामपुर में हुई घटना को मैं और दु:खद मानती हूं, क्योंकि जब हाथरस में एक बेटी की चिता की आग ठंडी भी नहीं हुई थी, उसी 24 घंटे के भीतर एक घटना बलरामपुर में हुई. आराधना मिश्रा ने कहा कि परिवार से मिलकर दुखी मन से मैंने संवेदना व्यक्त की है.
उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी की ओर से प्रियंका गांधी के निर्देश पर यह प्रतिनिधिमंडल आया है. जो आश्वस्त करता है कि जिस तरह हाथरस की बेटी के लिए हमने संघर्ष किया है, उसी तरह बलरामपुर की बेटी को भी उसका अधिकार व न्याय दिलाने के लिए हम वचनबद्ध हैं. उन्होनें उत्तर प्रदेश सरकार से पीड़ित परिवार की मांग के बारे में बात करते हुए कहा कि इस परिवार ने केस को फ़ास्ट ट्रैक में चलाने, एक करोड़ रुपये और एक सरकारी नौकरी की मांग की है. मैं इन मांगों को लेकर कांग्रेस पार्टी की तरफ से मुख्यमंत्री जी के सामने रखूंगी.