बलरामपुर: जिले में कोरोना संकट के बीच बड़ी लापरवाही सामने आयी है. उतरौला नगर पालिका परिषद क्षेत्र में एक सफाईकर्मी कोरोना संक्रमित मिला है. कोरोना संक्रमण का मामला सामने आने के बावजूद भी सहकर्मियों को क्वारंटाइन करने के बजाय काम करवाया जा रहा है. नगर पालिका की इस लापरवाही से उतरौला नगर क्षेत्र में कोरोना संक्रमण का खतरा बढ़ गया है.
उतरौला नगर पालिका परिषद में लापरवाही का ममला. बलरामपुर नगर पालिका परिषद के एक कर्मचारी की कोरोना रिपोर्ट पाॅजिटिव आने के बाद उतरौला नगर पालिका में भी सफाई कर्मचारियों का कोरोना टेस्ट कराया गया था. पहले राउंड में 28 कर्मचारियों का कोरोना टेस्ट कराया गया, जिसकी रिपोर्ट में एक कर्मचारी कोरोना पाॅजिटिव निकला. इसके बाद उतरौला नगर पालिका परिषद के 30 और सफाई कर्मचारियों का सैम्पल कोरोना जांच के लिए भेजा गया है. इस नगर पालिका क्षेत्र में कुल 75 सफाईकर्मी काम करते हैं.
काम से निकालने की दी जा रही धमकी
सफाई कर्मचारियों का आरोप है कि जिस कर्मचारी का रिपोर्ट पाॅजिटिव आई है, उसके साथ सभी लोग मिलकर काम करते थे. उसकी रिपोर्ट पाॅजिटिव आने के बाद साथी कर्मचारियों को क्वारंटाइन नहीं कराया है, बल्कि निकालने की धमकी देकर जबरन काम करवाया जा रहा है. नगर को साफ रखने का उत्तरदायित्व सफाईकर्मियों का है. यदि ये कोरोना पाॅजिटिव हुए तो शहर के आम लोग भी कोरोना की जद में आ सकते हैं, जिसका अंजाम भयावह हो सकता है.
नियमों का हो रहा उल्लंघन
सफाई कर्मियों के नेता दुर्गेश कुमार बताते हैं कि जिस तरह की सुविधाएं और एसओपी का पालन किया जाना चाहिए था, उसका पालन नहीं हो रहा है. उतरौला नगर पालिका परिषद के अधिकरियों द्वारा जरूरी सामान तक उपलब्ध नहीं करवाया जा रहा है. सफाई कर्मचारियों को न तो हैंड सैनिटाइजर दिया जा रहा है, न ही मास्क और न ही दस्ताने. इस कारण से संक्रमण का खतरा ज्यादा है.
जांच के बाद किया जाएगा होम क्वारंटाइन
इस मामले पर उतरौला नगर पालिका परिषद के अधिशासी अधिकारी का कहना है कि जांच के लिए कोरोना सैम्पल लेने के बाद सभी को होम क्वारंटाइन किया जाएगा. अधिशासी अधिकारी अवधेश कुमार वर्मा बताते हैं कि कुल कर्मियों में से अधिकांश की जांच हो गयी है, बाकी की जांच करवाई जा रही है. अभी कोई अन्य सफाईकर्मी कोरोना पॉजिटिव नहीं पाया गया है. कुछ की रिपोर्ट आनी अभी बाकी है.