बलरामपुर:जिले में बायो मेडिकल वेस्ट लगभग सभी सरकारी और प्राइवेट अस्पतालों में फैलता रहता है. ये अस्पताली कचरे न केवल लोगों को बीमारियां बांट रहे हैं, बल्कि इनसे वायु प्रदूषण भी फैल रहा है, लेकिन इसके निस्तारण के लिए जिम्मेदार चेत नहीं रहे हैं.
कचरे से मिलती है अतिरिक्त आयअस्पताल के एक कर्मचारी ने अपना नाम न लिखने के शर्त पर कहा कि यह बायो मेडिकल वेस्ट महीनों तक हम लोग इसी तरह इकट्ठा करते रहते हैं और जब भारी मात्रा में हो जाता है तो इसे किसी भी कबाड़ी को बुलाकर बेच दिया करते हैं, जिससे अतिरिक्त आय इकट्ठा हो जाती है. यहां पर मैं दो सालों से तैनात हूं, लेकिन कोई भी संस्था कचरा उठाने के लिए नहीं आती है. एजेंसी के भरोसे है कूड़े का निस्तारण
यहां पर बदस्तूर इसी तरह कचरा फैला रहता है. बारिश के मौसम में यहां पर बाढ़ आती है, इसलिए और ज्यादा कचरा अस्पताल में फैला हुआ है. जिले में कुल 25 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, 206 उप स्वास्थ्य केंद्र और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र हैं. सभी जगहों पर बायो मेडिकल वेस्ट के निस्तारण के लिए एक अस्पताली कूड़ा उठाने वाली एजेंसी को तैनात किया गया है.
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साथ ही प्राइवेट अस्पतालों से बायो मेडिकल वेस्ट के निस्तारण के लिए मुख्य जिला चिकित्साधिकारी ने निर्देश जारी किये हैं, लेकिन इन निर्देशों का कोई फायदा नहीं होता दिख रहा है. यही नहीं जिस संस्था ने सरकारी अस्पतालों में बायो वेस्ट उठाने का दावा किया है वह कभी अस्पतालों तक पहुंचती ही नहीं है. वह संस्था असल में कागजों में काम रही है.
जिला प्रशासन बायो वेस्ट के प्रति नहीं हो रहा सख्त
संयुक्त जिला चिकित्सालय, जिला मेमोरियल चिकित्सालय और महिला चिकित्सालय में भी बायो मेडिकल वेस्ट के निस्तारण की कोई ठोस व्यवस्था नहीं है. इन अस्पतालों के मुख्यालय पर होने के बाद भी बायो मेडिकल वेस्ट को न तो समय से निस्तारित किया जाता है और न ही जिला प्रशासन और जिला चिकित्सा प्रशासन ने इसके लिए निगरानी की कोई व्यवस्था की है.
बायो मेडिकल वेस्ट के निस्तारण के लिए एजेंसी को तैनात किया गया है. उसकी यह जिम्मेदारी है कि वह हर दूसरे तीसरे दिन अस्पतालों से कूड़े को उठाए और उसे संबंधित प्लांट को भेजे, लेकिन यह शायद माकूल तरीके से हो नहीं रहा है.
-डॉ. घनश्याम सिंह, जिला चिकित्सा अधिकारी
बायो मेडिकल वेस्ट के निस्तारण के लिए ठोस प्रक्रिया न अपनाए जाने के कारण हमने कई बार जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक के दौरान सीएमओ से सवाल जवाब किया है. फिर से इस मामले को संज्ञान में लाया जा रहा है कि अस्पतालों से वाकई में बायो मेडिकल वेस्ट समय से निस्तारित नहीं किया जा रहा है.
-कृष्णा करुणेश, जिलाधिकारी