बलरामपुर: जिले के गैडास बुजुर्ग में निर्माणाधीन थाना के सामने आत्मदाह करने वाले दलित युवक (Dalit youth committed suicide in police station) की इलाज के दौरान सोमवार की देर रात मौत हो गई. परिजनों ने मृतक के शव का अंतिम संस्कार करने से मना कर दिया. दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के आश्वासन के बाद ही परिजन अंतिम संस्कार के लिए राजी हुए. कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच युवक का अंतिम संस्कार किया गया.
उल्लेखनीय है कि निर्माणाधीन गैडास बुजुर्ग थाना के सामने विवादित जमीन खोद कर पिलर बनाए जाने को लेकर दलित युवक के प्रार्थना पत्र दिए जाने के बावजूद कार्रवाई न हुई थी. इससे नाराज युवक ने खुद पर ज्वलनशील पदार्थ डालकर थाने के सामने आग लगा ली थी. युवक को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया था. वहीं, इस मामले की डीएम द्वारा मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए गए थे. जांच में गैडास बुजुर्ग थानाध्यक्ष की भूमिका दोषपूर्ण पाई गई. जिसके बाद थानाध्यक्ष को निलंबित कर दिया गया. साथ ही साथ मामले की मजिस्ट्रेट जांच में क्षेत्रीय लेखपाल को भी दोषी पाया गया है. जांच रिपोर्ट के आधार पर क्षेत्रीय लेखपाल दिनेश पटेल को निलंबित कर दिया गया है. साथ ही अपर जिलाधिकारी प्रदीप कुमार, अपर पुलिस अधीक्षक नम्रता श्रीवास्तव, और अपर उप जिलाधिकारी संतोष ओझा की संयुक्त टीम द्वारा की गई जांच रिपोर्ट शासन को भी भेज दी गई है.
इसे भी पढ़े-पहले फेसबुक पर आया लाइव, फिर युवक ने थाने के सामने लगाई खुद को आग, हालत गंभीर