बलरामपुर: जिले के सदर ब्लॉक के भवनियापुर ग्रामसभा के रहने वाले 40 वर्षीय अनोखीलाल पैरों में सड़न की समस्या लेकर जिला संयुक्त चिकित्सालय आए थे. अनोखीलाल गरीब है और उनके पास इतने पैसे नहीं थे कि ऑपरेशन करवा सके. जब संयुक्त अस्पताल आए तो इन्हें पता चला कि वह आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत चयनित हैं. इनके साथ ही इनके परिवार के 8 अन्य सदस्यों का नाम आयुष्मान भारत योजना के गोल्डन कार्ड में है. अनोखीलाल का सफल ऑपरेशन कर दिया गया है. अस्पताल प्रशासन द्वारा ही इनकी दवाई, रहने, खाने और उनके तीमारदार के ठहरने की व्यवस्था की गई है.
गरीबों के चेहरे पर मुस्कान ला रही है आयुष्मान योजना. आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत रजिस्टर किए गए परिवार बलरामपुर जिला स्वास्थ्य, शिक्षा, विकास और कृषि के मामले में अतिपिछड़े जनपदों में से एक रहा है. इसकी वजह से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ की भी विशेष नजर इस जिले पर रहती है.
इस कारण यहां पर तमाम सरकारी योजनाओं का लाभ सीधे गरीब परिवारों तक पहुंचाने की जिम्मेदारी अधिकारियों पर होती है. इसी तरह आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत जिले के एक लाख 20 हजार 6 सौ 75 परिवारों को रजिस्टर किया गया है. इनमें से एक लाख 15 हजार 6 सौ आठ परिवार 2011 के डाटा के अनुसार रजिस्टर किए गए हैं, जबकि 5 हजार 67 परिवार मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा घोषित किए गए राज्य सरकार की योजना के अंतर्गत आते हैं.
आयुष्मान भारत योजना के तहत 21 अस्पताल रजिस्टर्ड
बलरामपुर जिले में इस योजना के अंतर्गत कुल 21 अस्पताल रजिस्टर्ड हैं. इनमें 11 सरकारी और 10 प्राइवेट अस्पताल शामिल हैं. इन सभी अस्पतालों में लाभ देने के लिए अब तक 624 मरीजों को रजिस्टर किया जा चुका है, जबकि 615 मरीजों को इस योजना का लाभ दिलाया जा चुका है.
जिले और जिले से बाहर इस योजना का लाभ लेने वाले कुल 1263 मरीज हैं. इनमें से 615 ने तो जिले के अस्पतालों में ही लाभ लिया है, जबकि कुल 648 मरीजों को जिले से बाहर राज्य स्तरीय अस्पतालों या प्रदेश के बाहर योजना का लाभ मिला है. इन 1263 मरीजों द्वारा 42,47,430 रुपये का क्लेम किया गया है. 571 मरीजों का क्लेम पास करते हुए केंद्र और राज्य की सरकारों ने 40,42,510 रुपये का क्लेम अस्पतालों को अस्तांतरित कर दिया गया है.
डॉक्टर अरुण कुमार बताते हैं कि अनोखीलाल और पिंकी नाम की एक मरीज को हाथ और पैर में कुछ इंफेक्शन हुआ था, जिसका इलाज ये लोग काफी समय से करा रहे थे. उन्हें लाभ नहीं हो रहा था, जब वह यहां पर आए तो उसे आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत भर्ती किया गया. उनका सफल ऑपरेशन किया जा चुका है. अब वह स्वस्थ हैं. इस तरह से जिले के तमाम अस्पतालों में आयुष्मान भारत योजना का लाभ लोगों को दिया जा रहा है.
-अरुण कुमार, डॉक्टर