बलरामपुर: जिले में आत्मनिर्भर अभियान के तहत बड़े पैमाने पर बाहर से आए श्रमिकों का पंजीकरण किया गया है, जिनके लिए कार्ययोजना तैयार की जा रही है, पहले इन्हें बड़े पैमाने पर कुशल बनाया जाएगा. इसके लिए जिला प्रशासन सीएसआर के साथ मिलकर स्किल सेंटर खोलने और इन्हें प्रशिक्षित करने की बात पर अमल कर रहा है.
कोरोना काल के शुरू के बाद अभी तक बलरामपुर जिले में तकरीबन 80 हजार प्रवासी मजदूर या कामगार अन्य प्रदेशों व जिलों से आएं हैं. इनके भरण पोषण के लिए सरकार ने बड़े पैमाने पर राशन, एक हजार रुपये और काम की व्यवस्था की है. इसके साथ ही यहां रहने वाली महिलाओं के जनधन खाते में 500-500 रुपए डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर के माध्यम से भेजा जा चुका है. 10-15 हजार रुपये पर दिल्ली, मुंबई, अहमदाबाद, सूरत, हैदराबाद व चेन्नई जैसे बड़े शहरों में काम करने वाले लोगों को केंद्र व उत्तर प्रदेश की सरकार द्वारा संचालित इन योजनाओं से लाभ मिलता दिख रहा है. अभी कुछ दिनों पहले ही शुरू हुई आत्मनिर्भर उत्तर प्रदेश रोजगार योजना बलरामपुर जिले में प्रवासी श्रमिकों के लिए राहत देने का काम कर रही है.