बलरामपुर:रविवार को अपर मुख्य सचिव होम अवनीश अवस्थी और एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार बलरामपुर पहुंचे. यहां पर उन्होंने गैंगरेप के बाद मौत की शिकार हुई दलित छात्रा के परिजनों से मुलाकात की है. दोनों अधिकारियों के साथ जिले और मंडल के तमाम अधिकारी भी पीड़ित परिजनों के गांव गए, जहां पर सभी ने पीड़ित परिवार की बात सुनी और उन्हें ढांढस बंधाया.
अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी परिजनों से बातचीत करते हुए एसीएस अवनीश अवस्थी और एडीजी एलओ प्रशांत कुमार ने न केवल मामले में चल रही कार्रवाई के बारे में उनका पक्ष जाना, बल्कि उसे नोट भी किया. इसके साथ ही उन्हें भरोसा दिलाया कि पीड़ित परिवार को जल्द से जल्द न्याय मिलेगा.गैंसड़ी में परिवार से मिलने के बाद एसीएस होम अवनीश अवस्थी ने मीडिया को बयान देते हुए बताया कि हमें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा निर्देशित किया गया था कि हम बलरामपुर आकर पीड़ित परिवार से मिलें और उसकी स्थिति जानें. इस कारण मैं और एडीजी लॉ एंड ऑर्डर बलरामपुर जिले में रेप पीड़िता के घर पहुंचे हैं. बैठक करते ACS होम और ADG लॉ एंड ऑर्डर अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी ने कहा कि इस दौरान हम दोनों अधिकारियों ने परिवार के लोगों से मुलाकात की है. उनकी बातों को सुना है और समझने की कोशिश की है. परिवार ने जो अपने बिंदु बताए हैं, उसको क्लोजली मॉनिटर करेंगे. उन्होंने कहा है कि जो भी इसमें दोषी हैं, उन्हें छोड़ा न जाए, और जो छूट गए हैं, उनको भी खोज निकालकर प्रभावी कार्रवाई की जाए. बैठक करते अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी और एडीजी कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार एसीएस होम ने कहा कि अभी अधिकारियों के साथ बैठकर चर्चा करेंगे और साथ ही जो कार्रवाई सख्ती से करनी है, उस पर कोशिश करेंगे. उसमें कहीं कोई कमी न रहे. अवस्थी ने कहा कि ये एक दुःखद घटना है. परिवार ने जो अपनी बात बताई है. इस मामले को फ़ास्ट ट्रैक कोर्ट में चलाया जाएगा और सख़्ती इतनी होगी कि कोई बचने नहीं पायेगा, जबकि घटना स्थल पर एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार मीडिया के सवालों से बचते नजर आए. सभी अधिकारी यहां के बाद तुलसीपुर चीनी मिल्स के गेस्ट हाउस के लिए रवाना हो गए. जहां पर वे जिले के उच्च अधिकारियों के साथ बैठक करके मामले पर चर्चा करेंगे.घटना में अब तक चार आरोपियों की गिरफ्तारी की जा चुकी है. इनमें से शाहिद और साहिल नाम के आरोपी सहित एक कंपाउंडर और एक रिक्शा चालक भी है. आरोपियों से पूछताछ के दौरान जो नाम सामने आ रहे हैं, उन्हें भी रिमांड पर लिया जा रहा है. उनसे पूछताछ की जा रही है.जिला प्रशासन द्वारा पीड़ित परिवार को अब तक 6.18 लाख रुपये की आर्थिक मदद देने के साथ-साथ एक आवासीय पट्टा व परिवार के एक व्यक्ति को नौकरी देने की योजना है. इसके साथ ही जिला प्रशासन जांच व मुकदमे के लिए पीड़ित परिजनों की हरसंभव मदद कर रहा है. इसके साथ ही जांच पूरी होने के बाद आरोपियों के खिलाफ जिला प्रशासन राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत भी कार्रवाई कर सकता है.