बरेली: कैंट थाने में 39 लोगों पर गैंगरेप का मुकदमा दर्ज होने के बाद शनिवार को आरोपी पक्ष के सैकड़ों लोगों ने सीओ का घेराव कर निष्पक्ष जांच की मांग की है. आरोपी पक्ष के लोगों का कहना है कि आरोप लगाने वाली महिला के परिजनों ने गांव के कई लोगों से उधार पैसे ले रखे हैं. पैसे वापस मांगने पर गांव के ही लोगों पर दुष्कर्म की एफआईआर दर्ज करा दी है. फिलहाल सीओ ने जांच के बाद ही आरोपियों की गिरफ्तारी की बात कही है.
जानकारी देते सीओ सिटी अशोक यादव. - एक महिला ने दुष्कर्म जैसी गंभीर धाराओं में एफआईआर दर्ज कराई है.
- एफआईआर दर्ज होने के बाद अब परिजन अफसरों के चक्कर काट रहे हैं.
- आरोप है कि महिला पैसे न देने के लिए झूठा मुकदमा दर्ज कराया है.
ग्रामीणों का कहना है कि गांव के प्रमोद ने अपनी पत्नी से तहरीर दिलवाकर गांव के चार नामजद और 35 अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है, जोकि पूर्ण रूप से झूठी है. प्रमोद के परिजनों ने गांव के लोगों से उधार पैसे लिए थे, जब लोगों को यह पता चला कि उसने अपनी कोई प्रॉपर्टी बेची है तो गांव वालों ने उससे पैसे वापस करने की मांग की. इसके बाद आरोप लगाने वाली महिला ने इन लोगों को घर बुलवाया और मारपीट की. मारपीट के बाद उन्होंने गांव के उन लोगों पर एफआईआर दर्ज करा दी, जिनको भी पैसे वापस देने थे.
दुष्कर्म का आरोप लगाने वाली महिला का कहना है कि उसके साथ 39 लोगों ने गैंगरेप किया और उसकी क्लिपिंग बना ली. विरोध करने पर महिला को बुरी तरह मारा-पीटा और उसके बच्चों, पति को जान से मारने की धमकी दे दी. जिसके बाद दरिंदे महिला को लगातार ब्लैकमेल करते रहे और एक साल में करीब 39 लोगों ने उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया.
-अशोक यादव, सीओ सिटी