बलिया: यूपी के बलिया में आजमगढ़ मंडलायुक्त की अतिसंवेदनशीलता देखने को मिली है. दरअसल बलिया जिले की दो बहनें न्याय के लिए मंडलायुक्त कनकलता त्रिपाठी से मिलने सर्किट हाउस में गईं. न्याय की गुहार लगाते हुए दोनों बहनें उनके पैरों में गिर पड़ीं. बिना उनकी बात सुने मामले को डीएम को देखने की बात कहते हुए वह गाड़ी में बैठकर चली गईं.
आजमगढ़ मंडल की कमिश्नर कनकलता त्रिपाठी और डीआईजी सुभाष चंद्र दुबे ने सोमवार को बलिया जिले का दौरा किया. उन्होंने कोरोना महामारी को लेकर अधिकारियों के साथ बैठक की. इसके बाद मंडलायुक्त सर्किट हाउस पहुंचीं, जहां दो महिला अपने जमीन पर हो रहे अवैध कब्जे की फरियाद लेकर पहुंची थीं.
प्रशासन से कई बार की शिकायत
इससे पहले दोनों पीड़ित ने अपनी जमीन से अवैध कब्जा हटाने के लिए जिला प्रशासन से कई बार शिकायत की थी, लेकिन कब्जा नहीं हटाया गया. पीड़ित को मंडलायुक्त के आने की जानकारी हुई, तो दोनों न्यान पाने की उम्मीद लेकर उनसे मिलने चली गई.
न्याय के लिए कमिश्नर के पैरों में गिरी पीड़िता जिलाधिकारी ने दिया आश्वासन
पीड़िता ने बताया कि उनके पैरों में गिरकर न्याय की गुहार लगाई, लेकिन वह मामले को डीएम को देखने की बात कहकर गाड़ी में बैठकर चली गईं. वहीं इसके बाद डीएम श्रीहरि प्रताप शाही ने उनकी बात सुनी और कार्रवाई का आश्वासन दिया. उन्होंने बताया कि पीड़िता को मंगलवार को बेल्थरा रोड तहसील जाकर एसडीएम से मिलने को कहा गया है. डीएम ने कहा कि पूरे मामने की जांच कर उचित कार्रवाई की जाएगी.
पहले भी डीएम से की थी शिकायत
पीड़िता गीता रानी जिले के बेल्थरा रोड तहसील के ककरासो गांव की निवासी हैं. उन्होंने बताया कि उनकी पैतृक जमीन का बंटवारा कानून के तहत हो चुका है और उनके हिस्से की जमीन उनके नाम है. इसके बावजूद पड़ोसी उनकी जमीन पर अवैध कब्जा कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि इसकी शिकायत नवंबर 2019 में डीएम से की गई थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई.
जमीन पर लगातार किया जा रहा है अवैध कब्जा
पीड़िता ने बताया कि अभी तक प्रशासन की ओर से कोई कार्रवाई नहीं होने के कारण जमीन पर लगातार अवैध कब्जा हो रहा है. उसने बताया कि बीते 11 जून को पड़ोसियों ने उनकी जमीन पर निर्माण भी शुरू कर दिया है. इसकी शिकायत डीएम से की लेकिन कार्रवाई नहीं की गई. इसलिए सोमवार को न्याय की गुहार लगाते हुए मंडलायुक्त के पास मिलने गई थी.