बलिया: जनपद के विकास खंड नगर क्षेत्र के ग्राम सभा देवढिया के ग्रामीणों ने ग्राम प्रधान पर विकास कार्य न करने और लापरवाही का आरोप लगाया है. उनका आरोप है कि ग्राम प्रधान के द्वारा विकास कार्य के पैसे का जमकर बंदरबांट किया गया है.
'जांच के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति' स्थानीय अजीत कुमार यादव ने बताया कि "ग्राम प्रधान अनीता यादव ने पहले हुए कार्यों को दिखाकर विकास के लिए आए पैसे ले लिए. हम लोगों ने मामले की शिकायत मुख्य विकास अधिकारी से की है, जिसमें जांच कमेटी गठित की गई थी. जांच अधिकारी श्याम सुंदर यादव बनाए गए थे, लेकिन श्याम सुंदर यादव के द्वारा जांच के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति करने का काम किया गया, जिससे हम लोग संतुष्ट नहीं हैं."
संदीप कुमार यादव ने बताया की शौचालय निर्माण में तीन नंबर के ईट का प्रयोग किया जा रहा था, जिसकी सूचना हम लोगों ने मुख्य विकास अधिकारी से किया है. जांच अधिकारी के द्वारा शौचालय निर्माण को रोक दिया गया, लेकिन प्रधान प्रतिनिधि लोगों द्वारा हमें जान से मारने की धमकी दी जा रही थी, जिसका धमकी देते समय वीडियो बनाकर हमने जिला अधिकारी बलिया को भेज दिया है. ग्रामीण अशोक कुमार सिंह ने बताया कि मेरे दरवाजे से लेकर पोखरे तक नाली निर्माण पूर्व प्रधान ने कराया है, लेकिन वर्तमान प्रधान के द्वारा इसे नवीनीकरण दिखा कर पुनः पैसा उतार लिया गया है.
ग्रामीणों का आरोप है पूर्व प्रधान के द्वारा कराए गए कार्यों को दिखाकर पैसे उतार लिए गए, जबकि धरातल पर ग्राम प्रधान ने कार्य नहीं किया है. जांच अधिकारी श्यामसुंदर यादव के ने बताया कि "गांव के संदीप यादव द्वारा शपथ पत्र देकर शिकायत किया गया था, जिसकी जांच की गई. जांच में ग्राम प्रधान के द्वारा शौचालय निर्माण में नंबर दो की ईंट लगाई जा रही है, जिसे मौके से तत्काल रोक दिया गया. सचिव से कार्य की समीक्षा की रिपोर्ट मांगी गई है. रिपोर्ट आने के बाद ही स्पष्ट कारणों को बताया जा सकता है."