बलिया: जिले के बेल्थरा रोड में भूख से बेहाल निराश्रित पशु सड़कों पर घूम रहे हैं. शुक्रवार को लॉकडाउन का हाल ऐसा ही देखने को मिला. कोरोना महामारी से निपटने के लिए भारत में लॉकडाउन किया गया है. इस लॉकडाउन ने मजदूर वर्ग से लेकर उद्योगपतियों को प्रभावित भी किया है. इसी के साथ निराश्रित पशु भी हैं, जिनका ध्यान रखने वाला कोई नहीं है.
समाजसेवियों ने अभियान चलाकर लोगों को दैनिक जीवन की जरूरी वस्तुएं देना शुरू कर दिया. किसी को खाने की कोई दिक्कत न हो इसके लिए सरकार ने भी जगह-जगह कम्युनिटी किचन का संचालन कराया है. लेकिन, पशुओं के लिए अभी भी समस्या बनी हुई है.
लॉकडाउन के कारण होटल और ढाबा जैसी दुकानें बंद हैं, जिससे सड़कों पर पशुओं के लिए सब्जियां या बचा हुआ खाना मिल पाना मुश्किल है. घरों से भी लगभग न के बराबर लोग निकल रहे हैं. ऐसे में इन पशुओं को खाने की दिक्कत हो रही है.
वहीं सरकारी धन से बेल्थरा तहसील के अंतर्गत रघुनाथपुर में अस्थाई निराश्रित गौशाला का निर्माण कराया गया था. आरोप है कि यहां केवल दस्तावेज में ही निराश्रित बछड़ों कि जीविका चलती है. असहाय पशु आज सड़कों के किनारे भूख से तड़प रहे हैं. आरोप है कि गौशाला ने कोई व्यवस्था नहीं की है.
इस संबंध में गौशाला के संचालक यह बताया कि हमारे यहां इस प्रकार की कोई समस्या उत्पन्न नहीं होती. हम पशुओं की व्यवस्था के लिए चारा-भूसा का इंतजाम करते रहते हैं.