बलिया: लॉकडाउन के दौरान जिले में राशन की दुकानों पर लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा है. कोटेदारों की दुकानों पर कोरोना वायरस के खिलाफ कोई तैयारी नहीं है. दकानों पर न तो सैनेटाइजर उपलब्ध हैं न ही साबुन. इतना ही नहीं लोगों को बायोमेट्रिक के जरिए अंगूठा लगाने पर ही राशन दिया जा रहा है.
अंगूठा लगाने से पहले बायोमेट्रिक को ना तो सैनेटाइजर से साफ किया जा रहा है न ही राशन लेने वाले लोगों की उंगलियों को धुलवाया जा रहा है. हालांकि कुछ राशन विक्रेताओं ने अपने यहां सैनेटाइजर उपलब्ध कराकर लोगों को हाथ साफ करने की सहूलियत दी है.
राशन लेने पहुंचे उपभोक्ता अमित ने कहा कि कोटे की दुकानों पर सैनेटाेइजर और अन्य सुरक्षा की चीजें उपलब्ध होनी चाहिए थी, लेकिन यहां पर ऐसा कुछ भी नहीं है. उन्होंने कहा कि ऐसी स्थिति में लोग कोरोना को भगाने की जगह उसे अपने घर ले जाने के लिए यहां आए हैं.
कोटेदार प्रदीप कुमार ने बताया कि जिला प्रशासन की ओर से राशन वितरण के लिए आदेश प्राप्त हुआ है. कोरोना वायरस के कारण 1 मीटर की दूरी बनाकर लोगों को खड़ा रहने के लिए बोला गया, लेकिन लोग एक साथ हुजूम बनाकर चले आ रहे हैं. सभी को बायोमेट्रिक में अंगूठा लगाने के बाद ही खाद्यान्न दिया जाएगा.
जनपद के मुख्य विकास अधिकारी का कहना है कि मनरेगा मजदूरों को निःशुल्क राशन वितरण किया जा रहा है. सभी राशन विक्रेताओं को निर्देश दिए गए हैं कि वितरण के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखा जाए एवं सेनेटाइजर या साबुन का प्रयोग भी किया जाए.