बलियाःउत्तर प्रदेश सरकार अब भुखमरी और बेरोजगारी से निपटने के लिए प्रदेशवासियों पर जनसंख्या नियंत्रण के कानून का फार्मूला लागू करने की तैयारी में है. माना जा रहा है कि राज्य में 2 से अधिक बच्चों वाले अभिभावकों पर कानून लागू हो सकता है. राज्य विधि आयोग की ओर से कानून का मसौदा बनाना शुरू कर दिया गया है. कई अहम विषयों पर चिंतन करने के बाद जल्द ही आयोग अपने प्रतिवेदन तैयार कर राज्य सरकार के आगे प्रस्तुत करेगा. चुनावी साल में योगी सरकार द्वारा उठाए गए इस कदम पर राजनीति भी शुरू हो गई है. विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष राम गोविंद चौधरी ने सरकार के इस कदम की कड़ी आलोचना की है. इस दौरान उन्होंने पीएम मोदी और सीएम योगी पर विवादित बयान भी दे डाला.
राम गोविंद चौधरी ने कहा कि पीएम और सीएम परिवारविहीन हैं. इसलिए जो चाहे वो कानून लाएं. जनता से उन्हें प्रेम नहीं. उन्होंने कहा कि जिनके पास परिवार नहीं उन्हें परिवार का दर्द नहीं पता. उनके पास पत्नी होती, बच्चे होते तो उनको परिवार का दर्द पता चलता. उन्होंने योगी सरकार को इंदिरा गांधी की सरकार में ले आए गए ऐसे कानून के हश्र को याद दिलाया और कहा कि अपनी सरकार के दौरान 20 सूत्रीय कार्यक्रम इंदिरा गांधी लेकर आई थी. 1977 के लोकसभा चुनाव में जनता ने कांग्रेस का सफाया कर दिया था. जबरन नसबंदी के नाम पर कागजों में फर्जी तौर पर पेड़-पौधे, पशु-पक्षी सबकी नसबंदी की गई थी.